स्वामी आत्मानद स्कूल सेलूद में अपना प्रतिनिधी बनाने उन्हे कोई नही मिला जो उन्होंने चुनकट्टा निवासी की, की नियुक्ति
सेलूद (ट्रेक सीजी न्यूज/सतीश पारख)
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का निर्वाचन क्षेत्र,पाटन विधानसभा का ग्राम सेलूद जो कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की पावन धरा है, जिसे हम सब बुद्धजीवीयों की धरती के नाम से भी जानते है, यहा कि माटी पावन है, इस मिट्टी के स्वतंत्रता संग्राम सेनानीयों ने भारत की आजादी में अपना जीवन अर्पण किया है l जिनके परिवार से सदस्य आज भी समाज सेवा में लगे हुए है।कभी देश भक्ति, शिक्षा, स्वच्छता, स्वास्थ की बात होती है तो ग्राम सेलूद वासियो का अमूल्य सहयोग सराहनीय होता है l जिसका पूरे पाटन क्षेत्रवासी भी लोहा मानते है l यहां की धरती ने हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई है उक्त बातें ग्राम के चंचल यादव ने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कही।
उन्होंने कहा की एक समाचार पत्र के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई कि क्षेत्र के विधायक एवं पूर्व मुख्यमन्त्री भूपेश बघेल की अनुशंसा उपरांत स्कूलों में विधायक प्रतिनिधियों के नामो की सूची जारी हुई है जिसमे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की धरती ग्राम सेलूद के स्वामी आत्मानंद हायर सेकेंडरी स्कूल में शाला विकास समिति के विधायक प्रतिनिधि के रूप में अजय सिंह राजपूत जो अन्य ग्राम चुनकट्टा के निवासी के नाम को विद्यायक भुपेश बघेल द्वारा अनुशंसित किया गया है जिसे उन्होंने दुर्भाग्य जनक करार देते हुवे कहा की शिक्षा की इस संस्था को ग्राम सेलूद के सम्मानितों ने अपना खून पसीना सींच करके शिक्षा धानी बनाया है l किंतु शिक्षण संस्थान में ग्राम सेलूद के स्थानीय कांग्रेस पार्टी में शायद एक भी ऐसा शिक्षित एवं योग्य बुद्धजीवी साथी नही बचा है जिसे शिक्षा के क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री अपना प्रतिनिधि ग्राम के ही व्यक्ति को नियुक्त कर सके और इसलिए उन्होंने सेलूद को अपमानित कर यहां की जनता को अपमानित कर ग्राम चुनकट्टा निवासी को अपना प्रतिनिधि बनाया हैl
चंचल यादव ने प्रेषित विज्ञप्ति में आगे बताया की पूर्व में स्वामी आत्मानंद स्कूल संस्था सेलुद में भागवत बंछोर विधायक प्रतिनिधि बनकर संस्था को कई क्षेत्रों के सहयोग से स्कूल विकास में अपना बहुमूल्य योगदान प्रदान करते आये है किंतु अपनी इस पारी में किसी कारण के भागवत बंछोर को हटा देना और अन्य ग्राम के निवासी व्यक्ति जिसका स्वयं का या उसके परिवार का दूर दूर कोई सहयोग या समर्पण इस संस्था को नही मिला उसको प्रतिनिधि बनाये जाना आम व्यक्ति के समझ से बाहर है l
ग्राम पंचायत सेलूद के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि चंचल यादव ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि एक प्रश्न मन मे सहसा ही उठता है कि क्या ग्राम सेलूद में एक भी कांग्रेसी ऐसा नही है जिसे शिक्षा के क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री और क्षेत्रीय विधायक अपना प्रतिनिधि बना सके जो की बहुत ही चिंतनीय विषय है ।उन्होंने कहा की हम कहा से चले थे और कहा आ गए है l राजनीति में सुचिता का होना बहुत जरूरी है किंतु कांग्रेस पार्टी इसे खो चुकी है ऐसा लगने लगा है और इस नियुक्ति के बाद ये बात तय हो गयी है कि कांग्रेस पार्टी जिसे आज तक चिंतनशील पार्टी के रूप में देखा गया है किंतु कुछ नकारात्मक विचारधारा रखने वालों स्थानीय नेताओ के कारण पार्टी रसातल में जा रही है l पूरे ग्राम सेलूद में इस नियुक्ति को लेकर असहजता महसूस किया जा रहा है और ना सिर्फ कांग्रेसी अपितु आम जनता भी यह कह रही है कि क्या सेलूद में कांग्रेस खत्म हो गयी है? आखिर ऐसी क्या परिस्थिति निर्मित हुई कि अन्य ग्राम के कार्यकर्ता को लाकर नियुक्त करने की जरूरत आन पड़ी l उन्होंने यह भी कहा की यह उनकी पार्टी का अंदरूनी मामला है जिसे पार्टी वाले ही जाने ,,किंतु हमारे पूर्वजों ने संस्था को सजाने सवारने का काम किये है l वहा पर बाहरी व्यक्ति की नियुक्ति निंदनीय है ।चंचल यादव ने कहा की मैं ग्राम का उपसरपंच होने के नाते पुरजोर तरीके से इस नियुक्ति का विरोध करता हूँ l