खुशियों की दास्ताँ
अनूपपुर 19 सितम्बर 2024 जिले के पुष्पराजगढ़ विकासखण्ड के ग्राम किरगी की रहने वाली जावित्री जायसवाल के घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण जावित्री 12 वीं तक की शिक्षा प्राप्त कर सकीं। विवाह होने के पश्चात् उनके पास सिर्फ किराने का छोटा व्यवसाय था जिससे परिवार का गुजारा बेहतर तरीके से नहीं हो पा रहा था।
जावित्री वर्ष 2013 में आजीविका मिशन के समूह से जुड़ीं तथा समूह के प्रत्येक मीटिंग में जाने लगीं एवं बीसी सखी, लखपति दीदी, सोशल ऑडिट एवं वीपीआरपी का प्रशिक्षण प्राप्त कर आजीविका मिशन के मूल्यों को उन्होंने समझा। जावित्री समूह से जुड़ने के बाद समूह ग्राम संगठन से 3 लाख 10 हजार रुपये एवं सीसीएल से 01 लाख रुपये इस प्रकार कुल 4 लाख 10 हजार रुपये ले चुकी हैं और इस राशि से अपने किराना दुकान को काफी बड़ा किया है। साथ ही जावित्री ने डिंडोरी एवं उमरिया जिले में समूह गठन का कार्य किया है। अभी तक 40 से 50 समूहों का गठन इनके द्वारा किया जा चुका है और यह कार्य अपने पति के साथ कर रही हैं। जिससे आज समाज में उन्हें सम्मान भी मिला एवं आर्थिक स्थिति भी मजबूत हुई है।
जावित्री ने समूह के माध्यम से ही सोशल ऑडिट का कार्य, सिलाई कार्य, सहायक लेखापाल का कार्य, समूह बुक कीपर एवं नल जल योजना अंतर्गत कर वसूली कार्य कर रही है और इन्होंने अपने पूरे परिवार को काम में लगा दिया है उनके ससुर सिलाई का कार्य व पति किराना दुकान का संचालन कर रहे हैं। इन्होंने अपने प्रयासों से अपनी सासू मां को भी समूह में जुड़वा कर मध्यान्ह भोजन का कार्य भी कर रही है।
जावित्री जायसवाल ने बताया कि घर की स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वह आर्थिक संकट से घिर गई थीं, क्योंकि आय का कोई साधन नहीं था। समूह में जुड़ने के बाद उन्होंने स्वयं को आत्मनिर्भर बनाकर तथा निराशा से मुक्त होकर आज संवहनीय आजीविका की स्थापना कर परिवार को गरीबी के कुचक्र से बाहर निकाल कर समाज में अपनी पहचान बना चुकी हैं। उन्होंने कहा है कि आत्मविश्वास के साथ तथा आशावादी होकर मेहनत की चिंगारी से स्वयं एवं परिवार का बेहतर भविष्य बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज उनके परिवार की मासिक आय 18 से 20 हजार रुपए है तथा समूह से जुड़कर एक बेहतर जीवन यापन कर रही हैं, जिससे वह एवं उनका परिवार अत्यंत प्रसन्न है। इस हेतु उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का सहृदय धन्यवाद ज्ञापित किया है।