दैनिक ट्रैक सीजी/लोरमी।
प्रथम पूज्य श्री गणेश जी गांव गांव में विराजमान हुए हैं। अपने अपने तरीके से लोग श्रद्धा के साथ हवन पूजन सत्संग के साथ गणेश जी के सेवा में लगे रहे। गणेश चतुर्थी पर्व पर गाजे बाजे के साथ ढोलक, मंजीरे, झांझ, मांदर की थाप में झूमते हुए ग्रामवासियों ने गणेश जी को गंगा स्नान कराया। गांव में जीवनदायिनी मनियारी नदी प्रवाहमान है। सर्वप्रथम श्रद्धालुओं ने गांव की गलियों में रथ द्वारा आकर्षक झांकी बनाकर सेवा भजनों से घर-घर गणेश प्रतिमा का पूजन अर्चन किया। महिलाओं ने घर से निकलकर गजानन स्वामी का आशीर्वाद प्राप्त किया। ग्रामवासियों ने झूमते हुए अनेक देवी जसगीतों से राम भजनों से कीर्तन करते हुए बड़ी संख्या में आकर्षक लाइटों के माध्यम से पूरे गांव का भ्रमण किया और इसके माध्यम से सबको संदेश देने का प्रयास किया गया कि पारंपरिक तरीके से ढोलक एवं मंजीरों के धुन में भगवान का पूजन अर्चन करने से सबको भगवत कृपा की प्राप्ति होती है। गांव के सभी युवा बुजुर्ग महिलाएं सबने एक साथ आकर गणेश विसर्जन में अपनी सहभागिता दी खासकर छोटे-छोटे बच्चों में विशेष उत्साह दिखाई दिया। प्रतिवर्ष इस प्रकार का वातावरण सुकली के गणेश विसर्जन की रहती है जो क्षेत्र के लिए बड़ा ही प्रेरक और अनुकरणीय तरीके से भगवान गणेश जी की चतुर्थी पर्व को बड़े प्रेम से मनाया जाता है। इस अवसर पर ग्राम के सरपंच नोहर सिंह ने कहा कि भारत देश की पहचान यहां के सांस्कृतिक विरासत और धर्म संस्कृति को जोड़ने वाला गणेश चतुर्थी का यह पर्व हमारे ग्राम में सदैव सुख समृद्धि बनाए रखें। सभी लोगों में शांति प्रेम और आपस में भाईचारे का भावना विकसित होता रहे भगवान गणेश सभी बच्चों को अच्छी बुद्धि और विवेक का वरदान दें। माता बहनों के मन में सदैव सकारात्मक भावना से जीवन जीने की प्रवृत्ति का विकास हो सबको गणेश विसर्जन की अनेक अनेक बधाई एवं शुभकामनाएं दिए। इस अवसर पर देवप्रकाश सिंह, दुर्गेश सिंह, अभिषेक, पवन सिंह, मुकेश साहू, सौरभ, संजू , तन्नू, महेश, संदीप ,सोमेश, अनुराग, योगेश, विकास, सुरेन्द्र, मोती, अनिरुध्द, रुद्र, आयुष , अनुकर्ष, हार्दिक, शेषकुमार, दीपक, राहुल, टिकेंद्र एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।