आवेदक संजय कुमार पंडित ने आसिफ अली सहित तीन अन्य व्यक्तियों के ऊपर डरा धमकाकर 7 लाख रुपए मांगने का लगाया आरोप।
जयनगर थाने में पीड़ित पक्ष के द्वारा संबंधितों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करते हुए कठोर कार्यवाही कराने किया गया लिखित शिकायत।
सूरजपुर :– पत्रकारों को देश का चौथा स्तंभ कहा जाता है जो न तो पक्ष का होता है न विपक्ष का। पत्रकार सही को दिखाने के साथ साथ गलत को उजागर करना भी जानता है फिर वह सही और गलत किसी भी स्तर का हो। पत्रकारिता का कर्तव्य ही यही है की सही को दिखाए और गलत हो रहा है तो अपनी लेखनी से शासन प्रशासन के साथ साथ आम जनता के समक्ष प्रस्तुत करते हुए उजागर करें लेकिन जब वही देश का चौथा स्तंभ, जब वही पत्रकार जिससे लोग उम्मीद रखते है की जहा कोई नहीं सुनता तब पत्रकार अपने लेखनी से उनका आवाज, शासन प्रशासन तक पहुंचाने का माध्यम बनता लेकिन वही पत्रकार प्रताड़ित और वसूली करने पर उतारू हो जाए तब लोग कहा जायेंगे किससे उम्मीद रखेंगे जहां पत्रकार पत्रकारिता को वसूली का माध्यम बनाता हो, पत्रकारिता को एक बिजनेश बनाकर चल रहे हो फिर वो चौथा स्तंभ कहा रह जाता है ठीक एक ऐसा ही मामला सूरजपुर जिले के जयनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत बंगालीपारा मदनपुर निवासी संजय कुमार पंडित पेशे से लकवा हॉस्पिटल के संचालक द्वारा पत्रकार आसिफ अली सहित तीन अन्य पत्रकारों पर डरा धमकाकर कर 1,40,000 रुपए वसूली करने के साथ साथ और पैसा मांगने का आरोप लगाते हुए पत्रकार आसिफ अली और तीन अन्य पत्रकारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग करते हुए लिखित शिकायत दर्ज कराया गया है।
आवेदक संजय कुमार पंडित पिता रामनारायण पंडित उम्र 36 साल निवासी बंगालीपारा मदनपुर थाना जयनगर जिला सूरजपुर छ०ग० के द्वारा बताया गया की मै बंगालीपारा मदनपुर में लकवा हास्पिटल का संचालन करता हूं जहां दिनांक 11.08.24 को सुबह करीब 09:30 बजे आसिफ अली एवं तीन अज्ञात व्यक्ति मेरे निवास स्थान मदनपुर में आये और आसिफ अली बोला कि तुम अस्पताल के आड में सभी मरिजों से पैसा लुटते हो धर्म परिर्वतन करवाते कहते हुए मरीज जो अस्पताल में भर्ती है उनका विडियो बनाने लगा और बोलो कि उनको सुविधा नही देते हो।
आसिफ अली सहित तीन अन्य पत्रकारों के द्वारा बोला गया की हमारे पास बजरंग दल वाले सम्पर्क में है जो काली मंदिर के पास बैठे है जो एक फोन करने में आकर अस्पताल का तोड फोड कर देगे तभी उसी में से एक व्यक्ति बोला कि पैसा जमा करके मैटर को क्लोज करवा दो कहते हुए दवाव पूर्वक पैसे कि मांग करने लगे।
आसिफ अली सहित तीन अन्य लोगों के द्वारा बोला गया की तत्काल पैसा का व्यवस्था करके दो नही तो तुम्हारा अस्पताल बंद करावा देंगे जिससे मैं बहुत डर गया और उसके बाद मेरे पत्नि और बच्चे डर से घर के कमरे का दरवाजा बंद कर लिये मेरे द्वारा उन लोगो को बोला गया कि मेरे पास हास्पिटल का दस्तावेज है तो उसमें से एक व्यक्ति बोला की तुम्हारा जो अस्पताल बना है उसमें डायर्वसन नही है नुकशान हो जायेगा।
आए हुए आसिफ अली सहित तीन अन्य लोगों के द्वारा 700000:- रू. (सात लाख रूपये) की मांग किये तब मै डर गया और किसी से मदत नहीं मांग पाया फिर मैं उनको 50000/- रू. (पच्चास हजार रूपये) नगद दिया उसके बाद सभी चले गये और दुसरे दिन दिनांक 12.08.24 को शाम करीब 04:00 बजे तीन लोग सफेद रंग के हुडई कार कमांक सीजी 15 डीएक्स 5991 से आये जिसके सामने स्टेट हेड खबर एस.एन.एस. छत्तीसगढ का बोर्ड लगा हुआ था और अपने हाथ में तीन चार मिडिया का माइक पकडे हुए थे कि तभी आसिफ अली बोला कि अवैध हास्पिटल चलाते हो और धर्म परिर्वतन कराते हो बचा हुआ पैसा मांगने लगा की मैं उसको 15000/- रू. (पन्द्रह हजार) नगद तथा उसके मो० नं. 8821840080 में अपने मो. नं 7770830888 में संचालित फोन पे के माध्यम से एक बार 50000/- रू. (पच्चास हजार रू.) तथा दूसरी बार 25000/- (पच्चीस हजार रू.) दिया था मेरे द्वारा आसिफ अलि और उसके सथियों को अब तक कुल 140000/- (एक लाख चालिस हजार रूपये) दिया गया है।
डिमांड के बचे पैसा वसूली के लिए मो. नं. 6268429050 से दो फोन करके मांगा जा रहा जिससे मैं बहुत डर गया और घटना के बारें में अविनाश ठाकूर और भाई अलोक पडिंत को बताया था। असिफ अली और उसके साथियों के द्वारा मिडिया के आड में डरा धमकार मेरे से सात लाख रूपये कि मांग करते हुए 140000/- (एक लाख चालिस हजार रूपये) लिया गया है।
देखना अब यह होगा कि क्या इस विषय की निष्पक्ष जांच जयनगर थाना प्रभारी के माध्यम से हो पता है, क्या गलत और सही की पहचान हो पता है, क्या आरोप अंतिम सीडी तक पहुंच पाती है क्योंकि वर्तमान में कुछ ऐसे ही परिस्थितियों से गुजर रही है पत्रकारिता जहा कुछ इन्हीं कारणों से निष्पक्ष पत्रकारिता को सबसे पहले आम जनता फिर विभागीय स्तर पर शक की नजर से देखा जाने लगा है।