भिलाई (ट्रेक सीजी न्यूज/सतीश पारख)
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के जवाहर लाल नेहरु चिकित्सालय एवं अनुसन्धान केन्द्र में उच्च-स्तरीय 3 टेस्ला एमआरआई मशीन [सिग्ना आर्किटेक्ट] का उद्घाटन 15 अगस्त 2024 को निदेशक प्रभारी (सेल-बीएसपी) श्री अनिर्बान दासगुप्ता द्वारा किया गया।
सेल के किसी भी अस्पताल में स्थापित होने वाली यह पहली 3 टेस्ला एमआरआई मशीन है। यह मशीन प्रोस्टेट, ब्रेस्ट एवं स्त्री रोग संबंधी मलिग्नन्सी का प्राथमिक अवस्था में पता लगाने के लिए बहुत उपयोगी है। इस मशीन का उपयोग करके कार्डियक इमेजिंग, लिवर इलास्टोग्राफी के साथ-साथ कार्टिलेज मैपिंग भी आसानी से की जा सकती है। इसलिए यह सामान्य एवं बीमारियों से ग्रस्त रोगियों में विभिन्न बीमारियों के शीघ्र निदान एवं त्वरित उपचार के लिए बहुत लाभकारी है।
मशीन के उद्घाटन के दौरान संयंत्र के कार्यपलक निदेशकगण, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांयें) डॉ एम रविन्द्रनाथ सहित मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांयें) डॉ विनीता द्विवेदी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांयें) डॉ कौशलेन्द्र ठाकुर एवं डॉ. सौरव मुखर्जी भी उपस्थित थे।
रेडियो डायग्नोसिस की विभागाध्यक्ष एवं अतिरिक्त सीएमओ डॉ. प्रतिभा इस्सर ने इस मशीन के लाभ एवं मुख्य विशेषताओं के बारे में बताया। 70 सेमी के चौड़े बोर के वजह से इस मशीन में रोगी के क्लॉस्ट्रोफोबिया की संभावना कम होती है। इसके अतिरिक्त, तेज तकनीकी प्रक्रिया के कारण, रोगी को कम समय के लिए गैंट्री के अंदर रहना पड़ता है, जिससे रोगी, विशेष रूप से बच्चों को कोई असुविधा नहीं होती है। स्कैनिंग की समय कम होने से मोशन आर्टिफैक्ट्स को भी कम करता है। मशीन की तेज तकनीक से सिर की चोट और तीव्र रोधगलन (एक्यूट इंफर्क्ट) के रोगियों को स्कैन करना आसान हो जाता है। यह मशीन मस्तिष्क की उच्च गुणवत्ता वाली छवियां प्रदान करती है, जो निदान और उपचार की निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। गुर्दे से जुड़े रोगी के लिए, इसमें नॉन-कंट्रास्ट एमआर एंजियोग्राम करने की सुविधा है।
इस अवसर पर रेडियो डायग्नोसिस से अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. लता देवांगन, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. धीरज कुमार गुप्ता, वरिष्ठ प्रबंधक श्री के श्रीरंगा, कनिष्ठ प्रबंधक श्रीमती सुनीता पांडेय सहित स्टाफ सदस्य और डीएनबी छात्र भी उपस्थित थे।