पिथौरा ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर
अनेकता में एकता ही भारतीय संस्कृति का आधार है और इस अनेकता के मूल में निश्चित रूप से भारत के विभिन्न प्रदेशों में रहने वाले आदिवासी हैं। भारत के आदिवासी विभिन्न क्षेत्रों में रहते हुए अपनी संस्कृति और दर्शन के माध्यम से भारतीय संस्कृति में एक विशिष्ट योगदान करती हैं। उक्त बातें स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट इंग्लिश माध्यम विद्यालय पिरदा की व्याख्याता अंजलि पांडेय ने कहीं।
आदिवासी समुदाय के योगदान को रेखांकित करते हुए सेजेस पिरदा में विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य तरूण पटेल ने की। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने विविध वेशभूषा प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता और नारा लेखन प्रतियोगिता में भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा कु.अनीता चौधरी ने किया। सभी छात्रो ने प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया । कार्यक्रम में मुख्य रूप से कु.अंकिता लकड़ा, कु.आस्था देशमुख, कु.काजल श्रीवास, श्रद्धा कौशल सहित सभी शिक्षक गणों उपस्थित रहे।
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