पिथौरा ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर
अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर बाघ के संरक्षण और संवर्धन हेतु बारनवापारा अभ्यारण्य में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया l कार्यशाला में बाघ के संरक्षण को लेकर वन विभाग के डी एफ़ ओ मयंक अग्रवाल बार नयापारा अभ्यारण के अधीक्षक आनंद कुदरिया आईएफ़एस प्रशिक्षु अक्षय भोशले आईएफ़एस प्रशिक्षु विपुल अग्रवाल ने कार्यशाला में उपस्थितजनों को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस की बधाई देते हुये विभाग द्वारा किये जा रहे बाघ के संरक्षण के बिंदुवो को सविस्तार बताया।
डी एफ़ ओ मयंक अग्रवाल ने कहा कि बाघ की सुरक्षा हमारे लिए जितनी महत्वपूर्ण है उतना ही महत्वपूर्ण गाँव व ग्रामीणों को सुरक्षित रखना भी हमारी ज़िम्मेदारी है हमारा प्रयास है कि गाँव में किसी के शिकार की कोई घटना ना हो जिसके लिये हम लगातार मानेट्रिंग कर रहे है साथ ही गाँव के लोग शिकार करने जंगल ना जाये इस बात की भी लगातार मानेट्रिंग की जा रही है पिछले पाँच माह में बाघ ने लगभग फ़ारेस्ट क्षेत्र के 200 किलोमीटर का विचरण किया है लेकिन पिछले 5 माह में बाघ ने किसी प्रकार से किसी ग्राम में नाहीं प्रवेश किया है ना कोई नुक़्शान पहुँचाया है।हालाँकि पिछले 5 माह में जंगल क्षेत्र में विचरण के दौरान बाघ ने 4 मवेशियों का शिकार किया है।
बाघ ने अपने विचरण करने का क्षेत्र अपने भोजन की व्यस्था व मनोरंजन का क्षेत्र निर्धारित कर लिया है। बार नयापारा के अधीक्षक आनंद कुदरिया ने बताया कि लंबे अरसे के बाद बार नवापारा क्षेत्र के जंगलों में बाघ विचरण कर रहा है तब से लगातार हमारी टीम बाघ के संरक्षण के लिए उपाय कर रही जिसमे स्थानीय लोगो का भी सहयोग हमको मिल रहा है ।विभाग द्वारा लगाये गये सी सी टीवी कैमरों में बाघ की अनेक तस्वीरे क़ैद है। इस अवसर पर मुख्य रूप से परिक्षेत्र अधिकारी सुनील खोबरागड़े परिक्षेत्र अधिकारी कोठारी जीवन साहू सहित विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे ।
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