पिथौरा ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर
महासमुन्द जिले के विकास खण्ड पिथौरा में उत्तर बुनियादी शाला पिथौरा में प्राथमिक शाला के शिक्षकों के लिए डीईओ महासमुन्द, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद व डाइट महासमुन्द के मार्गदर्शन एवं बी ई ओ कमलेश ठाकुर तथा बी आर सी गौतम प्रसाद कन्हेर के संयुक्त निर्देशन में स्पोकन इंगलिश के द्वितीय चरण का प्रशिक्षण 15 जुलाई से 20 जुलाई तक आयोजित किया गया था।उक्त प्रशिक्षण में एस सी ई आर टी से प्रशिक्षण प्राप्त डी आर जी विवेक वर्मा व्याख्याता शा० उ०मा०वि-गोड़बहाल, भावना पाण्डब व्याख्याता शा.उ. मा०वि. बावनकेरा के साथ सहायक ट्रेनर के अनूप कुमार गुप्ता शा०उ. मा. वि. सोनासिल्ली, अमित प्रधान व्याख्याता शा०उ. मा० वि-परसवानी द्वारा 5 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसके विभिन्न गतिविधियों आधारित प्रशिक्षण से शिक्षकों के आत्मविश्वास में वृद्धि हुई, सहभागी शिक्षको ने कहा कि यह प्रशिक्षण हमारे स्वयं के व्यक्तित्व विकास में सहायक होगा। अंग्रेजी बोलने का भय समाप्त हुआ। प्रशिक्षणार्थियों ने विभिन्न गतिविधि के द्वारा जैसे वाद विवाद, स्वयं बारे में बताना, फेस ड्रिस्क्रिप्शन, चित्रों मे गलती ढूंढना, व्यंजनों की विधि बनाना, माक विज्ञापन तैयार करना एवं समूह में तैयार प्रस्तुतीकरण का प्रदर्शन करना, दिए गए घटनाक्रम में ड्रामा करना, तात्कालिक भाषण, अधूरी कथानक को पूर्ण कथा के रुप में प्रस्तुतीकरण करने में उत्साहपूर्वक बढ़चढ़ कर भाग लिया।विदित हो कि प्रत्येक गतिविधि में प्रत्येक शिक्षक ने अपनी प्रस्तुती अंग्रेजी में ही दी, प्रथम दिवस अंग्रेजी के प्रति झिझक संकोच, डर जो दिखाई दे रहा था प्रशिक्षण के अंतिम दिवस सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन मे वह डर, झिझक संकोच किंचित भी दिखाई नहीं दिया, प्रशिक्षणार्थियो ने सामूहिक गीत, नृत्य, एकल गीत की प्रस्तुती अंग्रेजी में देकर प्रशिक्षण के उद्देश्य को पूर्ण करते दिखाई दिए। अंतिम दिवस सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुती के मध्य शा०मा०वि० गोड़बहाल के प्रभारी प्राचार्य डॉ. मुकेश डड़सेना ने उद्बोधन के द्वारा प्रशिक्षणार्थीयों को कहा किसीखने की निरंतर चलने वाली प्रक्रिया में आप प्रतिदिन कुछ नया सीखते चलिए। सुनना, पढ़ना और लिखना तीनों हमारे सीखने की प्रक्रिया को मजबूत करते है।
डी आर जी प्रशिक्षको ने कहा कि शासन की यह महती योजना न केवल शाला, छात्र व शिक्षक अपितु समाज के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। इस तरह के प्रशिक्षण का दुरगामी सकारात्मक लाभ प्राप्त होगा।
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