ट्रैक सीजी ब्यूरो बीजापुर
बीजापुर:-जिले में नवनियुक्त शिक्षकों का अधिस्थापन प्रशिक्षण का चौथा व अंतिम चरण पूर्ण हो चुका है। डाईट बीजापुर में नव नियुक्त शिक्षकों का पाँच दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ जिला शिक्षा अधिकारी रमेश निषाद ने माता सरस्वती जी की तस्वीर पर मालार्या अर्पण एवं सरस्वती वंदना के साथ शुभारंभ पर जिला शिक्षा अधिकारी रमेश निषाद ने शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि’ जिले की शिक्षा गुणवत्ता को और अधिक बेहतर करने के लिए हम सबको मेहनत करनी करनी होगी, शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है इसलिए कोई भी बच्चा इस अधिकार से वंचित नहीं होना चाहिए, बुनियादी शिक्षण बच्चों के स्तर व उनकी रुचि के अनुरूप हो इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा, शाला त्यागी व अप्रवेशी बच्चों को स्कूल से जोड़ने के लिए प्रयासरत रहना होगा।उन्होंने कहा कि नित नये नवाचार करते रहने की जरूरत है, एक शिक्षक कई तरह की भूमिकाओं का निर्वाह करता है अतः शिक्षक को लगातार अपनी रचनाशीलता, सृजनात्मकता पर काम करने की जरूरत है, हमारा मुख्य उद्देश्य हर बच्चा शिक्षित हो होना चाहिये, उन्होंने नए शिक्षा सत्र की शुभकामनाएं देते हुए अपने कार्यों के प्रति ईमानदार रहने व बाहर कार्य करने के लिए शिक्षकों को प्रोत्साहित किया।
पाँच दिवसीय चलने वाले अधिस्थापन प्रशिक्षण में नव नियुक्त शिक्षकों को विभागीय योजनाओं के विषय में जानकारी दी गई, साथ ही अधिस्थापन का परिचय देते हुए उनका प्री टेस्ट भी लिया गया।शिक्षा का अधिकार NEP 2020,NCF_SCF से हमारी अपेक्षाएं विषय पर विस्तार से चर्चा किया गया।
शिक्षण अधिगम, मूल्यांकन में Ict and Digitale Learning का समन्वय, पाठ्यचर्या, पाठ्यक्रम, पाठ्य पुस्तकों में अंतसंबंध, शालेय, अभिलेख विद्यालय प्रबंधन एवं नियम पर शिक्षकों की समझ बनाने हेतु विस्तार से बातचीत की गई।
नवा जतन के बिंदुओं पर कई सारी गतिविधियां करवाया गया ताकि शिक्षक समझ के साथ ‘सीखने को कैसे सीखें’ को सिख सकें। विषय की प्रकृति व सम्बंधित विषयों के कौशल(,विषयों का शिक्षण शास्त्र),SMC, स्काउड-गाईड, इको क्लब, 21 वीं सदी के संदर्भ में व्यावसायिक शिक्षा का विकास, शिक्षा विभाग की संरचना(अकादमिक एवं प्रशासनिक ढांचा) शिक्षा विभाग की योजनाएं, POSCO ACT 2020 जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सार्थक चर्चा की गई।Best Practices यथार्थ शिक्षकों के द्वारा किये जा रहे उल्लेखनीय कार्यों का प्रस्तुतिकरण, चर्चा पत्र जैसे अति महत्वपूर्ण विषयों पर भी पाँच दिवसीय इस प्रशिक्षण में शिक्षकों से चर्चा किया गया।नव नियुक्त शिक्षकों को शाला संचालन, मध्यान भोजन, शाला के रख -रखाव आदि को दृश्य रूप में दिखाने के उद्देश्य से विद्यालय भ्रमण भी करवाया गया। पाँच दिवसीय प्रशिक्षण के समापन अवसर पर डाईट प्राचार्या सरिता दुब्बा ने कहा कि आगे कड़ी चुनौती है, विभागीय योजनाओं को समझना, उन पर अमल करना तथा शिक्षा गुणवत्ता पर काम करना ही हम सबकी प्राथमिकता होनी चाहिए।नई जगह, नए लोगों के साथ सामंजस्य बिठाने व बेहतर तरीके से कार्य करने की जिम्मेदारी भी हम सबकी है।नये शिक्षा सत्र की शुभकामनाओं के साथ उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने हेतु सबको प्रेरित किया।
अधिस्थापन प्रशिक्षण को सुचारू रूप से संचालित करने व इस प्रशिक्षण में प्रशिक्षक के तौर पर डॉ. पूनम वासम, विद्याभूषण नेताम, मनोज कावटी, सहदेव राम निषाद, पूर्णचंद बेहरा, भूपति नक्का, श्रीनिवास एटला की भूमिका, प्रेम प्रकाश चापड़ी, प्रेम लता दुर्गम महत्वपूर्ण भूमिका थी।