ट्रैक सीजी ब्यूरो बीजापुर जरखान
केंद्र सरकार से आई 361 करोड़ की राशि खत्म होने की कगार पर।
सुभम कंस्ट्रक्शन के द्वारा नेशनल हाइवे से लगे गांवों मे किया अधूरा कार्य,नही मिल रहा पानी।
बीजापुर जिले में केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजन जल जीवन मिशन में विभाग के अधिकारी-इंजीनियर के साथ ठेकेदारों ने सिंडिकेट की तर्ज पर काम कर जमकर किया भरस्टाचार।जिसके चलते दो साल बाद भी ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पाया।
जिले के 563 गांव के लिए 361 करोड़ की राशि फिर भी पानी को तरस गए ग्रामीण।केंद्र सरकार ने बीजापुर जिले के 563 गांवों में जल जीवन मिशन के तहत हर घर मे शुद्ध पानी मिले इसके लिए 361 करोड़ की राशि जारी की लेकिन विभागीय अनदेखी एंव कमिशन खोरी की भेंट चढ़ी इस योजना को धरातल पर उतरने से पहले ही कागजो में पूर्ण कर लिया जबकि हकीकत में दो साल बाद भी कंही टूटे नल लगे तो कंही आधे अधूरे पाइप तो कंही टँकी तक नही लगी लेकिन उसके बाद भी कागजो में पूर्ण बता दिया गया
कागजी खेल इस कदर चला कि औपचरिकता पूरी करने सालों से खाली पड़े सरकारी खण्डर नुमा मकानों के सामने लगा दिए नल—-
जल जीवन मिशन में ठेकेदारों एवं विभागीय अधिकारियों के कमीशन चलते योजना को कागजो में जमलीनामा पहनाते हुए धराशायी किया गया।ऐसा ही नजारा भोपालपटनम ब्लाक के नेशनल हाइवे पर लगे सँगमपल्ली में देखने को मिला जंहा ठेकेदार सुभम कंस्ट्रक्शन और विभाग ने ओपचारिकता निभाते हुए लगभग 15 सालों से बन्द पड़े सरकारी खण्डर नुमा मकानों के सामने कई नल लगा दिए।
वँहा खड़े संतोष एवं अन्य ग्रामीणों ने बताया कि ये सरकारी मकान बीस साल पहले बने थे लेकिन इसमे कभी कोई नही रहा है और अब ये खण्डर बन चुके है इसमे गायों ओर मवेशियों का जमावड़ा रहता है फिर भी विभाग ने यंहा नल लगा दिए है लेकिन सिर्फ नल लगाए गए है इसमे दो साल से कभी पानी नही आया है
इससे साफ नजर आता है कि किंस तरह नल जल योजना को कागजो में पूर्ण करते हुए तय मापदंड को दरकिनार करते हुए बड़े भरस्टाचार को अंजाम दिया गया है
बॉक्स–मीडिया में आई रही खबरों को लेकर पीएचई के कार्यपालन अभियंता एस के नेताम ने मीडिया से कहा सारे कार्य पहले के है।पहले के अधिकारी क्या किये क्या नही इस संबंध में में कुछ नही कंहूँगा।में मार्च 2024 में यंहा आया हु,आने के पुराने कार्यो को दुरुस्त करने में लगा हु।कुछ ठेकेदार द्वारा कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है।जिनसे कार्य ठीक करने नोटिस दिया गया है एवं जिन ठेकेदारों के कार्य गुणवत्ताहीन है उनके कार्यो को निरस्त करने उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है।
पूर्व मंत्री महेश गागड़ा हुए नाराज—–*
बीजापुर जनपद पंचायत अंतर्गत ऐसे ही पंचायतों में जल जीवन मिशन में किये जा रहे घटिया निर्माण व गुणवत्ता विहीन पाइप लाइन सहित अन्य सामानों के खरीदी को लेकर पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त किय।
पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना को पीएचई विभाग के अधिकारी व ठेकेदार पूरे जिले में सिर्फ कागजी अमलीजामा पहना रहे है।
महेश गागड़ा ने कहा जिले के विभिन्न ग्राम पंचायत क्षेत्र के ग्रामीण जल जीवन मिशन के तहत घटिया कार्य की शिकायत करते रहते है।बीजापुर जिले में हुए जल जीवन मिशन के तहत कार्यों की गुणवत्ता की जांच हो और जांच में दोषी पाए जाने पर ठेकेदार हो या विभागीय कर्मचारीयो सभी पर उचित कार्यवाही हो।