भूपेश सरकार के शराब घोटाला प्रकरण में डुप्लीकेट होलोग्राम भण्डारण, वितरण और नष्टीकरण के आरोप में अनुराग द्विवेदी, अमित सिंह, दीपक दुआरी को गिरफ्तार
बिलासपुर (ट्रेक सीजी न्यूज़/सतीश पारख) प्रवर्तन निदेशालय को छत्तीसगढ़ राज्य में शराब घोटाला को लेकर जांच पड़ताल के दौरान बड़ी सुराग हाथ लगा है। ईओडब्लू ने दावा किया है कि ढेबर परिवार के रायपुर स्थित फार्महाउस से जमीन के खोदकर नकली होलोग्राम बरामद कियाहै। पुख्ता प्रमाण के साथ मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ईओडब्लू की टीम पकड़े गए तीनों आरोपियों से पूछताछ हो गयी है। जल्द ही खुलासा कर सभी मामलों को सामने लाया जाएगा।
छत्तीसगढ़ राज्य में शराब घोटाला में ईओडब्ल्यू ने दावा किया है कि टीम के हाथ बड़ा सुराग लगा है। ईओडब्ल्यू के अनुसार शराब घोटाला के आरोपी अनवर ढेबर के पिता के धनेली स्थित फार्महाउस में नकली होलोग्राम का जखीरा बरामद हुआ है। नकली होलोग्राम को जमीन में गाड़कर छिपाया गया था। बरामद होलोग्राम जले हुए हैं। मामले में अनुराग द्विवेदी, अमित सिंह और दीपक दुआरी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से अब पूछताछ होगी। जल्द ही मामला का खुलासा भी किया जाएगा।ईओडब्लू के अनुसार होलोग्राम जलाकर जमीन में गाड़ा गया है।
सूत्रों की मानें तो ईओडब्ल्यू को मुखबीर से जानकारी मिली कि ढेबर परिवार का धनेली स्थित फार्म हाउस है। फार्महाउस में जमीन के अन्दर नकली होलोग्राम दबा कर रखा गया है। जानकारी के बाद एसीबी की टीम ने छापामार कार्रवाई की। जेसीबी से खुदाई के दौरान लगभग 6 फिट नीचे जला हुआ होलोग्राम बरामद किया गया।
धनेली स्थित फार्महाउस रायपुर के महापौर एजाज ढेबर और अनवर ढेबर के पिता जहीर हाजी अहमद के नाम पर है। शराब घोटाला में ईडी के छापों के बाद ही होलोग्राम को जलाने का प्रयास किया गया था। लेकिन होलोग्रा्म को किन्ही कारणों से पूरा नहीं जलाया जा सका।
ईओडब्ल्यू की टीम ने गवाहों के सामने जेसीबी से गड़्डा खोदने के दौरान वीडियाग्राफी भी कराई है। फार्महाउस को सील कर दिया है। प्रकरण में डुप्लीकेट होलोग्गाम भण्डारण, वितरण और नष्टीकरण के आरोप में अनुराग द्विवेदी, अमित सिंह, दीपक दुआरी को गिरफ्तार किया है। ईओडब्लू ने तीनों को न्यायालय में पेश किया है।
बताया जा रहा है कि शराब घोटाला को अंजाम देने के लिए नकली होलोग्राम का प्रयोग किया गया था। ईडी के बाद एसीबी भी मामले में जांच कर रही है। एसीबी ने हाल ही में 10 हजार से अधिक पन्नों का चालान कोर्ट में पेश किया है। अफसरों की मानें तो दोनों एजेंसियों की लंबी जांच के बावजूद अब तक नकली होलोग्राम किसी के हाथ नहीं लगा था। अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी है।