गौरव चंद्राकर महासमुंद
महासमुंद ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर/शासकीय माता कर्मा कन्या महाविद्यालय (मचेवा) महासमुंद में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन एवं संस्थागत चरणबध्द तैयारियों के परिप्रेक्ष्य में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एस.बी. कुमार के मार्गदर्शन एवं महाविद्यालयीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संयोजक डॉ. मनोज कुमार शर्मा के कुशल निर्देशन में दिनांक 03 जुलाई 2024 दिन बुधवार को एक दिवसीय संवेदीकरण प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस संवेदीकरण प्रशिक्षण कार्यशाला में शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद के सहायक प्राध्यापक डॉ. ईश्वरी प्रसाद चेलक मुख्य वक्ता एवं मास्टर ट्रेनर के रूप में उपस्थित रहे। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एस.बी. कुमार ने अपने स्वागत उद्बोधन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की वैश्विक शैक्षणिक परिदृश्य में आवश्यकता एवं इसके लक्षित उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं मास्टर ट्रेनर डॉ. ईश्वरी प्रसाद चेलक ने अपने उद्बोधन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मुख्य प्रावधानों एवं क्रियान्वयन की चरणबध्द प्रक्रिया के संबंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की। डॉ. चेलक व्दारा प्रशिक्षण कार्यशाला के प्रथम सत्र में स्नातक स्तर में विभिन्न संकाय के प्रथम सेमेस्टर में नव-प्रवेशित छात्राओं व्दारा कौन से विषय को कोर विषय, किस विषय को इलेक्टिव एवं जेनेरिक इलेक्टिव तथा कौशल विकास पाठ्यक्रम एवं मूल्य वर्धित पाठ्यक्रम के रूप में चयन किया जा सकता है पर विस्तार से प्रकाश डाला, इसके साथ ही उन्होने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में 3/4 वर्षीय बहुसंकायी स्नातक पाठ्यक्रम, च्वाईस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम, सेमेस्टर पाठ्यक्रम अवधि में बहु-प्रवेश एवं बहु-निकास प्रावधान, नियमित एवं स्वाध्यायी विद्यार्थियों के आंतरिक एवं सत्रीय मुल्यांकन पद्धति पर विस्तार से उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। महाविद्यालयीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संयोजक डॉ. मनोज कुमार शर्मा व्दारा कार्यशाला के व्दितीय सत्र में उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा गया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 समय एवं जरूरत की मांग के अनुरूप देश की शिक्षा व्यवस्था को प्रभावशाली बनाने तथा देश की भावी युवा पीढ़ी में नवीन कौशल निर्माण एवं नैतिक मूल्यों के विकास के लिए लाई गई है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बालिकाओं एवं महिलाओं की शिक्षा में भागीदारी बढ़ानें के लिए भी कुछ प्रावधान किए गए है जिसमें न्यायसंगत एवं समावेशी शिक्षा की स्थापना एक नया और कांतिकारी कदम है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के नीतिगत प्रावधान महिलाओं की शिक्षा में भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रतिबध्द है। उक्त एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में महाविद्यालय के समस्त अधिकारी एवं अशैक्षणिक कर्मचारीगण, सहित कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय के बड़ी संख्या में छात्राएँ उपस्थित रही।
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