मीसाबंदिया का किया गया सम्मान
सक्ती/ट्रैक सीजी/अवधेश टंडन। जिला कार्यालय में भारतीय जनता पार्टी द्वारा साल 1975 में लगी इमरजेंसी के विरोध में काला दिवस मनाया और मीसाबंधिया का सम्मान भी किया। इस अवसर पर बेलतरा के पूर्व विधायक रजनीश सिंह मुख्य वक्ता के थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिला अध्यक्ष कृष्णकांत चंद्रा ने किया।
मुख्य अतिथि रजनीश सिंह ने अपातकाल का स्मरण करते हुए कहा कि किस प्रकार 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा आपातकाल लागू कर देश में लोकतंत्र की हत्या की गई थी. भाजपा पर संविधान बदलने का आरोप लगाने वाली कांग्रेस ने अपातकाल के आड़ में संविधान को पैरों तले रौंदा । 25 जून 1975 का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज है. इंदिरा गांधी ने अपनी कुर्सी बचाने के रातों-रात संवैधानिक प्रावधानों को ताक पर रख देश में आपातकाल की घोषणा कर दी गई थी. 21 महीने के आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी ने सभी राजनीतिक विरोधियों को कैद कर लिया। उन्हें जेल में तरह-तरह की यातनाएं दी गई। यह तक की प्रेस पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था. इंदिरा गांधी ने कुर्सी बांचने के लिए लोकतंत्र की हत्या कर दिया।
भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्ण कांत चंद्रा ने कहा कि वे सभी लोगो जिन्होंने तत्कालीन सरकार की आपातकाल का विरोध किया। वे सभी मीसाबंदी वास्तव में भारत के लिए दूसरी बार स्वतंत्रता की लड़ाई लड़े थे। बीजेपी उन सभी मीसा बंदियों का सम्मान करती है।
आगे चंद्रा ने कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में आपातकाल को काला अध्याय है। देशवासी आपातकाल को कभी नहीं भूलेंगे । इंदिरा के एक कदम ने भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में रहने वाले लोगों को आंदोलित कर दिया था. नतीजा ये रहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण की अगुवाई देश में ‘संपूर्ण क्रांति’ छेड़ दी गई. लंबे संघर्ष के बाद पहली बाद देश में गैर कांग्रेसी सरकार बनी।
देश में लोकतंत्र की हत्या और उस पर बार-बार आघात करने का कांग्रेस का लंबा इतिहास रहा है। साल 1975 में आज के ही दिन कांग्रेस के द्वारा लगाया गया आपातकाल इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
कभी न भूलने वाला आपातकाल’
जिलाध्यक ने आगे कहा कि कि अहंकार में डूबी कांग्रेस सरकार ने एक परिवार के सत्ता सुख के लिए 21 महीनों तक देश में सभी प्रकार के नागरिक अधिकार निलंबित कर दिए थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया पर सेंसरशिप लगा दी थी, संविधान में बदलाव किए और न्यायालय तक के हाथ बाँध दिए थे। आपातकाल के खिलाफ संसद से सड़क तक आंदोलन करने वाले असंख्य सत्याग्रहियों, समाजसेवियों, श्रमिकों, किसानों, युवाओं व महिलाओं के संघर्ष को नमन करता हूं।
बता दें कि 25 जून 1975 को ही इंदिरा गांधी ने ‘आपातकाल’ की घोषणा की थी। भाजपा 25 जून को आपातकाल को काला दिवस के रूप में मना रही है।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष अमृतलाल साहू, गोपी सिंह ठाकुर, जिला महामंत्री घनश्याम साहू, जिला प्रवक्ता रमेश सिंघानिया, विशेष आमंत्रित सदस्य रामअवतार अग्रवाल, जिला कार्यकारी सदस्य चितरंजन पटेल, जिला मंत्री भुवन भास्कर यादव, जिला कार्यालय मंत्री दीपक गुप्ता सहित भाजपा के जेष्ठ श्रेष्ठ कार्यकर्ता व सैकड़ो की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता एवं आम नागरिक उपस्थित रहे।