शराब बेचने वालों के संख्या में हो रहा इजाफा
सक्ति/ट्रैक सीजी/अवधेश टंडन। जैजैपुर क्षेत्र में हो रहे अवैध शराब के कारोबार को लेकर आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली निस्कृय नजर आ रहा है,यहां के वृत्त प्रभारी को पदभार संभाले आधे साल बीतने को आए लेकिन शराब के अवैध कारोबार करने वालों के ऊपर नकेल कसने में नाकाम रहे है। अब तक आबकारी विभाग द्वारा किसी प्रकार की अवैध शराब के कारोबार को लेकर कार्यवाही क्षेत्र में देखने को नहीं मिला बल्कि सूत्रों की माने तो शराब के कारोबार में संलित्प छोटे-बड़े कारोबारियों को सह देने का आरोप वृत्त क्षेत्र की जनता प्रभारी पर लगा रहे है।
बता दे इन दिनों जैजैपुर शहर सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में अवैध शराब-बेचने वालों का गढ़ बनता जा रहा है। यहां के रिहायशी इलाकों से लेकर गांव गांव के चौक चौराहों में देशी मदिरा से लेकर अंग्रेजी में 24 घंटे देसी-अंग्रेजी शराब मिल रही है। क्षेत्र में अवैध शराब के कारोबार पर अंकुश लगा पाने में आबकारी विभाग के वृत प्रभारी नाकाम नजर आ रहे हैं। कच्छी शराब को लेकर आबकारी विभाग जैजैपुर वृतप्रभारी का नाम इन दिनों क्षेत्र में जनचर्चा का विषय बना हुआ है। शराब के अवैध बेचोलियो के ऊपर कार्यवाही को लेकर जैजैपुर क्षेत्र में आबकारी प्रभारी का ग्राफ अभी तक जीरो रहा है। आबकारी विभाग की लचर कार्यप्रणाली की वजह से अवैध शराब का धंधा फल-फूल रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में यह एक कुटीर उद्योग का रूप ले चुका है. बीते जनवरी से लेकर अब तक में अंदाजा लगाया जाए तो जहरीली शराब पीने से क्षेत्र भर में एक दर्जन से अधिक लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी है। फिर भी आबकारी विभाग के जिम्मेदार हाथ पे हाथ धरे बैठे हुए रहते है। आबकारी विभाग को लेकर क्षेत्र की जनता तरह-तरह का आरोप लगने लगी है आबकारी विभाग के प्रति लोगों के मन से अब भरोसा नाम का चीज ही नहीं देखने को मिल रहा है वहीं क्षेत्र की जनता शराब के अवैध कारोबार करने वालों से आबकारी विभाग का नाता भी जोड़ने लगे हैं और शराब कोचियों को सह देने का खुला आरोप लगाते नजर आते है।
जैजैपुर क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों पान ठेलों से राह चलते दुकानों से लेकर घर घर शराब किस कदर धड़ल्ले से फल फूल रहा है इस बात का अंदाजा जगह-जगह डिस्पोजल गिलास तथा शराब की खाली बोतलें को देखकर लगाया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में शाम के समय में स्थिति इतनी खराब हो जाती है की आए दिन शराब के नशे में नशेड़ी लोग गांव के गली मोहल्लों में गली गलोच कर माहोल खराब करते नजर आ जायेंगे। युवा पीढ़ी भी शराब के प्रकोप में आकर शराब के लत से अपनी भविष्य से वंचित हो रहे है। अवैध शराब के बिक्री के कारण लोगों की परिवार परिस्थिति दिन ब दिन बिगड़ते जा रहा, नतीजा आबकारी विभाग की मुखदर्शक की भूमिका या फिर जिम्मेदारों की मिलीभगत भी कहा जाना लाजमी होगा। चुकी प्रशासन द्वारा कोई महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाया जाता है।