लाखों छात्रों के साथ अन्याय करना मोदी की कौन सी गारंटी – राजेंद्र साहू
दुर्ग (ट्रेक सीजी न्यूज/सतीश पारख ) प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने नीट परीक्षा में हुई धांधली की शिकायतों की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। राजेंद्र ने कहा कि नीट परीक्षा को लेकर जितनी शिकायतें मिली हैं और अलग-अलग राज्यों में पेपर लीक से लेकर बोनस अंक देने सहित अन्य अनियमितताओं की शिकायतों को देखते हुए परीक्षा रद्द कर दोबारा नीट परीक्षा आयोजित करना जरूरी हो गया है। नीट परीक्षा में धांधली कर छात्रों के साथ अन्याय नहीं किया जाना चाहिए।
नीट परीक्षा में भ्रष्टाचार की शिकायतें भी सामने आ रही हैं। राजेंद्र ने सवाल किया है कि भाजपा या एनडीए के दलों ने नीट धांधली के इस बड़े मामले में अब तक चुप्पी क्यों साध रखी है। क्या नीट परीक्षा में धांधली, भ्रष्टाचार और अनियमितता मोदी की गारंटी ह ै? राजेंद्र ने केंद्र सरकार से तत्काल नीट परीक्षा रद्द करने और छात्र हित में दोबारा परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लेने की मांग की है।
राजेंद्र ने कहा कि नीट परीक्षा में 67 स्टूडेंट्स को 720 में से 720 अंक दिये गए। यह अविश्वसनीय घटना है। बड़ी बात ये है कि हरियाणा के एक ही परीक्षा केंद्र से कई बच्चों को 720 में से 720 अंक मिले हैं। कई छात्रों को मिली ओएमआर शीट के अनुसार उन्हें जितने अंक मिलने चाहिए, उससे काफी कम या काफी ज्यादा अंक दे दिये गए हैं। परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी एनटीए ने देश के 24 लाख छात्रों के साथ घोर अन्याय किया है।
राजेंद्र ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पीएससी परीक्षा में भेदभाव का आरोप लगाने वाले भाजपा नेता पूरे देश में नीट परीक्षा में हुई धांधली पर चुप क्यों हैं। नीट की परीक्षा का आयोजन पड़ोस के कई देशों में भी होता है। नीट परीक्षा में हुई धांधली के आरोपों से पड़ोस के दूसरे देशों में भारत की साख को गहरा धक्का लगा है। इस बड़े स्कैम की सीबीआई जांच होनी चाहिए। दोषी लोगों का पता लगाकर सख्त कार्रवाई जरूरी है। ताकि भविष्य में इस तरह की धांधली दोबारा न हो सके।