सक्ती/ट्रैक सीजी/अवधेश टंडन।
निर्माण कार्य में गड़बड़ी करने का मामला सामने आया है. बोराई नदी स्थित नवागांव एवं सलनी के बीच में जल संसाधन विभाग सक्ति के द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से एनीकट का निर्माण कराया जा रहा है. जिसमें ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि निर्माण कार्य में जमकर घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है. साथ ही विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत कर ठेकेदार द्वारा खुलेआम एनीकट निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है।
गुणवत्ताहीन हो रही ढलाई
जल संसाधन विभाग के अधिकारी एवं ठेकेदार द्वारा सरकारी राशि का दुरूपयोग करते हुए एनीकट का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है।एनीकट निर्माण में मानक अनुरूप सीमेंट, गिट्टी और रेत सही मात्रा में नही मिलाया जा रहा है। कंक्रीट में तराई भी नही किया जा रहा है जिसके कारण एनीकट अपने जीवनकाल तक नही टिक पायेगा। ऐसे में काम की गुड़वत्ता का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है. वहीं निर्माण कार्य इतनी गुणवत्ताहीन हो रही है कि कंक्रीट में ढंग से बाइब्रेटर नही चलने के कारण फिनिशिंग नही है और उसे प्लास्टर लगाकर दबा दिया जाता है।
मौके पर नही लगा है सूचना बोर्ड
शासन का स्पष्ट निर्देश है कि कोई भी शासकीय निर्माण कार्यों में कार्य प्रारंभ से पहले नागरिक सूचना बोर्ड लगवाना अनिवार्य रहता है जिसमें कार्य का नाम, लागत राशि, विभाग का नाम,इंजीनियर का नाम,ठेकेदार का नाम,कार्य प्रारंभ एवं कार्य पूर्ण आदि जानकारी लिखा रहता है ताकि शासन के प्रति लोगों के बीच पारदर्शिता बनी रहे लेकिन ठेकेदार द्वारा नियमों को ताक पर रखकर एनीकट का निर्माण कर रहा है और विभागीय अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हुए हैं।
मौके से इंजीनियर रहते हैं नदारद
एनीकट निर्माण का कार्य चल रहा है लेकिन इंजीनियर मौके पर नही रहते हैं सब काम मजदूरों के भरोसे किया जा रहा है।