महासमुन्द ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर/छत्तीसगढ़ सरकार समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगजनों व उभलिंगी जनों के सेवा जतन सरोकार के तहत उनके अधिकार तथा सरकार संचालित योजनाओं से लाभान्वित कर उनके समस्याओ के निदान कर शसक्तिकरण के निर्णय तथा अधिकारगत चुनौतियों के निवारण हेतु टोल फ्री नंबर 155326 व 18002338989 चालू किया गया है I उपरोक्त नंबर पर राज्य के समस्त दिव्यांगजन तथा उभलिंगी वर्ग सामाजिक सुरक्षा के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक विषय जैसे – पेंसन, सर्टिफिकेट, UDID कार्ड, सहायक उपकरण, मनरेगा जॉब कार्ड, आयुष्मान कार्ड,राशन कार्ड, पी एम आवास,बस पास, रेल पास, कौशल प्रशिक्षण तथा स्वरोजगार, रोजगार हेतु योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते है तथा इसके अतिरिक्त अन्य किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए अधिकृत टोल फ्री नंबर से सुविधा लाभ ले सकते है, वर्ष 2011 के जनसँख्या सर्वे अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य मे 624937 दिव्यांग पंजीकृत है जो की राज्य के जनसँख्या के अनुपात में बड़ी संख्या है महासमुन्द जिले मे ही 30385 दिव्यांग पंजीकृत है भारत सरकार द्वारा दिव्यांगता की श्रेणी मे 21 प्रकार से चिन्हान्कीत किया गया है वर्त्तमान में सर्वे किया जाए तो तयशुदा बिन्दुओ मे उनके 21 मापदंड के आधार पर और अधिक लोगो के पंजीकृत होने की सम्भावना है I
समाज के सामान्य लोगो की तरह जीवनयापन हेतु निजी, शासकीय संस्थानों तथा समाज मे बराबर का अधिकार व स्थान उपलब्ध कराये जाने हेतु भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा उपरोक्त सुविधा का संचालन किया जा रहा है, जनकल्याणकारी सुविधा के संचालन से महासमुन्द जिले मे आजीविका, प्रशिक्षण के साथ साथ सामाजिक सुरक्षा के विभिन्न मानको से लाभान्वित हो रहे है I
महासमुन्द जिले मे दिव्यांग कल्याण कार्यक्रम के तहत पंजीकृत दिव्यांगों को लाभान्वित किये जाने हेतु जिले के दिव्यांग संगठन द्वारा अभियान चलाया जा रहा है साथ ही नये दिव्यांगों को चिन्हान्कीत कर उनका पंजीयन कर भूलभूत सुविधाओं से लाभान्वित किये जाने हेतु कार्ययोजना तैयार किया गया है I
शासकीय कल्याणकारी योजनाओं से अधिकाधिक दिव्यांग जुड़ सके और उससे लाभान्वित हो सके ऐसा सामूहिक प्रयास किया जाना अत्यंत आवश्यक है I जिसके परिणाम स्वरुप समतुल्यता युक्त वातावरण तैयार होगा और सामूहिक प्रयास से बेहतर स्वस्थ्य समाज की परिकल्पना को साकार कर सकेंगे I
संकल्प से सिद्धि की ओर बढ़ने का प्रयास सरकार के साथ साथ जनभागीदारी तथा जनसहयोग से ही पूर्ण हो सकता, उपरोक्त सेवाभावी कार्य के लिए महासमुन्द जिले के संवेदनशील जनप्रतिनिधि तथा स्थानीय लोग भी आगे आ रहे है जिनके माध्यम से पर्याप्त सहयोग प्राप्त हो रहा है, अपनी क्षमता और परिश्रम से भावी भविष्य मे महासमुन्द जिले के दिव्यांग कीर्तिमान रचकर बेहतर उदाहरण प्रस्तुत करेंगे – डॉ. सुरेश शुक्ला।
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