ट्रैक सीजी ब्यूरो बीजापुर
बीजापुर 27 मई 2024/कलेक्टर अनुराग पाण्डेय के निर्देशन मे तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग के मार्गदर्शन में जिले में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। विभागीय बैठक के दौरान सभी परियोजना अधिकरियों/पर्यवेक्षकों को गतिविधियां संचालित करने तथा इस अभियान का उद्देश्य माहवारी स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करना और समाज में माहवारी से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना है। पखवाड़ा के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें रेड डॉट चैलैंज स्वयंसेवक बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं और अपने हाथों में लाल निशान बनाकर प्रचार किया जा रहा है। कार्यक्रम की शुरुआत 15 मई से की गई है, जिसमें सामुदायिक स्तर पर लोगों को माहवारी स्वच्छता के संबंध में जानकारी दी जा रही है। आंगनवाड़ी केंद्रों पर महिलाओं और किशोरी बालिकाओं से इस विषय पर चुप्पी तोड़कर खुलकर बोलने हेतु प्रेरित किया जा रहा है। रेड डॉट चैलैंज को प्रदर्शित करने हेतु अपने हाथों पर लाल डांट बनाकर जागरूकता रैलियो आंगनबाड़ी स्तर पर निकाली जा रही है। दीवारों पर नारा लेखन, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर माइकिंग के द्वारा तथा रंगोली कार्यक्रम के माध्यम से प्रत्येक ब्लॉक मे ग्राम पंचायत स्तर पर माहवारी जैसे संवेदनशील विषय पर खुलकर चर्चा की जा रही है, जिससे समाज में माहवारी के प्रति जागरूकता बढ़े और महिलाएं माहवारी के दौरान होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकें।
इस अभियान में स्वयंसेवकों द्वारा की जा रही सराहनीय कार्यों की जितनी प्रशंसा की जाए, कम है। उन्होंने समाज में माहवारी स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभाई है। स्वयंसेवक लोगों को यह समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि माहवारी एक सामान्य जैविक प्रक्रिया है और इसके दौरान साफ-सफाई का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। माहवारी के दौरान स्वच्छता बनाए रखना चाहिए। इस दौरान साफ पानी से नियमित सफाई करना भी जरूरी है। माहवारी के दौरान उचित पोषण और आराम की भी आवश्यकता होती है ताकि स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से बचा जा सके।
जिले में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन को लेकर नियमित रूप से जागरूकता प्रसार करने हेतु जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा लुपेन्द्र महिनाग द्वारा परियोजना अधिकारी/सेक्टर पर्यवेक्षकों को निर्देशित किया गया की नियमित रूप से महिलाओं, किशोरियों एवं स्कूल कॉलेजों में विभिन्न स्तर के जागरूकता शिविरों में, नियमित रूप से कराने के लिए माहवारी स्वच्छता पर प्रचार-प्रसार किया जाये।