बहेराडीह।
ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगार युवक,युवतियों तथा 18 वर्ष से लेकर 45 साल आयु के महिलाओं और पुरुषों को स्व रोजगार की दिशा में काम करने के उद्देश्य से भारत के सभी राज्यों के अलग अलग जिलों में संचालित ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थान अर्थात आरसेटी को सशक्त बनाने तथा संस्थान के कार्यों का मूल्यांकन करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ राज्य आरसेटी के नियंत्रक अरुण कुमार सोनी का प्रदेश के कोरबा,रायगढ़, सरगुजा, कोरिया आदि जिले के ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थानों में दौरा किया गया। प्रदेश के अन्य जिले जांजगीर चाम्पा समेत अन्य जिलों का दौरा कार्यक्रम जारी है।
छत्तीसगढ़ राज्य आरसेटी के नियंत्रक अरुण कुमार सोनी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में 18 ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थान अर्थात आरसेटी संचालित है। जहाँ कृषि क्षेत्र में कृषि उद्यमी का प्रशिक्षण के अलावा सब्जी खेती नर्सरी प्रबंधन,बकरी पालन, मुर्गी पालन, बतख पालन, मछली पालन, सुअर पालन, भेड़ पालन, मधुमक्खी पालन, सिलाई कढ़ाई, ब्यूटी पार्लर,मोटर वाइंडिंग, ड्रायविंग, अगरबत्ती, मोमबत्ती, कम्प्यूटर, फोटोग्राफी, मोबाइल रिपेयरिंग, पेपर कव्हर लिफाफा, आचार, पापड़, मसाला पाउडर निर्माण, फ़ास्ट फूड, कस्टम ज्वेलरी, मोबाईल रिपेयरिंग, कोसा रेशम कीट पालन, जुट उत्पादन, मशरूम उत्पादन, डेयरी वर्मी कम्पोस्ट निर्माण समेत 60 अलग अलग प्रकार की प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। वहीं सभी प्रकार की प्रशिक्षण पूर्ण रूप से निःशुल्क है। संस्थान द्वारा रुकने की व्यवस्था, चाय, नास्ता, भोजन, स्टेशनरी सामाग्री, यूनिफॉर्म की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। प्रशिक्षण में लोगों को उद्यमिता विकास और बैंक से संबंधित जानकारी संस्थान के डायरेक्टर और फैकेल्टी द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से दिया जाता है। ठीक इसी प्रकार छत्तीसगढ़ आरसेटी द्वारा अलग अलग विषयों पर किये गए सर्टिफाइड डीएसटी अर्थात मास्टर ट्रेनर द्वारा प्रशिक्षण चार सेशन में 8 घंटे प्रतिदिन प्रशिक्षण दिया जाता है। इस दौरान थियोरी और प्रेक्टिकल दोनों तरह की जानकारी दी जाती है। प्रशिक्षण के दौरान भ्रमण कराने के साथ ही प्रशिक्षण के अंतिम दिवस असेसमेंट किया जाता है। असेसमेंट में दो प्रकार की असेसर को शामिल किया गया है। जिसमें विषय आधारित विशेषज्ञ सर्टिफाइड डीएसटी को डोमिन असेसर और उद्यमिता विकास के विशेषज्ञ को ईडीपी असेसर के रूप में शामिल किया गया है। नियंत्रक श्री सोनी ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य आरसेटी के भ्रमण के दौरान विभिन्न विषयों पर प्राप्त प्रशिक्षण उपरांत उद्यम स्थापित करने वाले उद्यमी,सर्टिफाइड डीएसटी से मुलाकात कर चर्चा और प्रशिक्षण संस्थान के क्लास रूम, कार्यालय, भोजन ब्यवस्था, शयन कक्ष, शौचालय, योगा स्थल, केंटीन आदि की बारीकी से निरीक्षण किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य आरसेटी के छत्तीसगढ़ के सभी आरसेटी के आकस्मिक निरीक्षण से ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थान अर्थात आरसेटी में प्रशिक्षण की गुणवत्ता समेत अन्य कई ब्यवस्था में काफी कुछ बदलाव देखा जा रहा है।
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छत्तीसगढ़ में स्थित है 18 आरसेटी। नियंत्रक अरुण कुमार सोनी ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में इस समय कुल 18 आरसेटी है। जिसमें रायपुर, बिलासपुर, महासमुंद, कवर्धा, दुर्ग, राजनांदगांव, धमतरी, कांकेर, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, जगदलपुर, कोरिया, सरगुजा, कोरबा, जांजगीर चाम्पा, रायगढ़, जशपुर आदि शामिल हैं। जहाँ ग्रामीण क्षेत्र के बीपीएल परिवारों के बेरोजगार युवाओं, युवतियों, महिला तथा पुरुषों को हमारे सर्टिफाइएड डीएसटी द्वारा अलग अलग 60 प्रकार की विषयो में निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शेष अन्य जिलों में भी आरसेटी खोले जाने की तैयारी किया जा रहा है।
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