शासन प्रशासन भी इस फैक्ट्री को बंद करने में पसीने छूट जा रहे हैं ग्राम बेहराडीह फैक्ट्री को तत्काल बंद करने की उठ रहीं मांग ।
जिला जांजगीर चाम्पा
ग्राम सिवनी,बहेराडीह में नियम विरुद्ध रिहायशी इलाके में पट्टे की भूमि पर संचालित कृष्णा इंडस्ट्रीज और नारायण इंडस्ट्रीज के प्रदूषण से लोगों को अब जानलेवा बीमारी सिलिकोसिस के साथ ही संक्रामक रोग टीबी के शिकार हो रहे हैं। फैक्ट्री में कार्यरत मजदूर बहेराडीह निवासी युवा रामकुमार यादव इस समय टीबी रोग के शिकार हो गये हैं। जिसका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बलौदा द्वारा किया जा रहा है। वहीं उनके पत्नी भी फैक्ट्री में काम कर रही थीं। उन्हें भी टीबी और सिलिकोसिस बीमारी की चिंता सताने लगी है। टीबी बीमारी से शिकार रामकुमार यादव अपने पत्नी गायत्री यादव को साथ लेकर कलेक्टर दरबार पहुँचे और सिलिकोसिस का जांच कराने और लोगों के लिए जानलेवा साबित होने वाले कृष्णा इंडस्ट्रीज व नारायण इंडस्ट्रीज को तत्काल बंद करने की मांग कलेक्टर से किया गया है।
( बॉक्स करना हैं )
प्रधानमंत्री कार्यालय दिल्ली से आया जांच का आदेश,हरकत में आया प्रशासन।
बहेराडीह व सिवनी में स्थापित कृष्णा इंडस्ट्रीज व नारायण इंडस्ट्रीज के प्रदूषण से लोगों की परेशानी, पदूषण से टीबी और सिलिकोसिस नामक बीमारी से मजदूरों की लगातार हो रहीं अकाल मृत्यु को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल बहेराडीह के संचालक दीनदयाल यादव ने कलेक्टर को सबसे पहले मामले से लिखित रूप में अवगत कराया। स्थानीय प्रशासन द्वारा फैक्ट्री के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही नहीं करने,लोगों के लिए जानलेवा साबित होने वाले फैक्ट्री को बंद नहीं करने, सिलिकोसिस नामक जानलेवा बीमारी फैलाने वाले फैक्ट्री के संचालक के खिलाफ अब तक गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज नहीं होने से नाराज होकर इस मामले की जानकारी छत्तीसगढ़ राज्य के महामहिम राज्यपाल समेत मुख्यमंत्री, पर्यावरण मंत्री, प्रभारी मंत्री, नेता प्रतिपक्ष,क्षेत्र की सांसद,विधायक को अवगत कराया गया। इसके बावजूद भी फैक्ट्री के खिलाफ मामला दर्ज नहीं होने, फैक्ट्री को बंद नहीं करने पर इसकी शिकायत की फ़ाइल बनाकर महामहिम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भारत सरकार दिल्ली को भेज दिया गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय दिल्ली से मामले की जांच के लिये भारत सरकार के एक आईएस अधिकारी और राज्य सरकार की ओर से मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन को जिम्मेदारी दी गई है। शिकायत करने वाले युवा दीनदयाल यादव को 8 अप्रैल दोपहर 12 बजकर 45 मिनट में प्रधानमंत्री कार्यालय दिल्ली से फोन पर जानकारी ली गई कि गांव के मुख्य मार्ग से फैक्ट्री का तीनों ट्रांसफार्मर को हटाया गया है कि नहीं और फैक्ट्री बंद तो हो गई ना। तब शिकायत ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय दिल्ली को जिसने भी इस प्रकार की गलत तरीके से जानकारी दी है। सबसे पहले उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निवेदन किया गया। शिकायतकर्ता की इस तरह जवाब को सुनकर पीएमओ कार्यालय दिल्ली के अधिकारियों ने फैक्ट्री के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के निर्देश जारी कर दिया गया है। इस समय मामले में 11 बिंदुओं पर पर्यावरण संरक्षण मंडल बिलासपुर समेत श्रम विभाग, स्वास्थ्य विभाग, औद्योगिक स्वास्थ्य व सुरक्षा विभाग,राजस्व विभाग, पुलिस विभाग,परिवहन विभाग,विद्युत विभाग द्वारा जांच किया जा रहा है। बहरहाल चांपा एसडीएम द्वारा कलेक्टर को प्रस्तुत प्रतिवेदन के आधार पर पीएमओ कार्यालय दिल्ली को प्रस्तुत किये जानकारी से शिकायतकर्ता और ग्रामीण संतुष्ट नहीं हैं। मामले की जांच हेतु केंद्रीय स्तर पर जांच टीम गठित करने के लिए एक बार फिर से पत्र लिखने की बात शिकायतकर्ता ने कहा है।