तथाकथित आरोपी जय कुमार चौहान
दुर्ग (ट्रैक सीजी) – जिले में एक के बाद एक ठगी के नए नए मामले सामने आ रहे है,जिसके शिकार बेरोजगार युवा हो रहे है,यह पूरा खेल वाहनों के फाइनेंस से जुड़ा है,शिकायतकर्ताओं द्वारा तथाकथित व्यक्ति जय कुमार चौहान व उसके साथी की शिकायत दुर्ग पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला से की। भिन्न भिन्न मामलो में शिकायतकर्ताओं ने मिस्टर नटवरलाल जय कुमार चौहान को बताया है।
पहली शिकायत में क्या कुछ है आगे पढ़े…..
शिकायतकर्ता पंकज ने अपनी शिकायत में बताया कि उसकी मुलाकात जयकुमार चौहान पिता मनसुख लाला चौहान से हुई,उसके द्वारा बताया गया की बीएसपी प्लाट में गाड़ी की आवश्यकता है,आपके नाम से फाइनेंस में करा दुगा,चुकी उस समय संबद्ध मेरे मधुर हो चले थे,मैंने उसकी बात पर विश्वास कर लिया और मेरे नाम से टाटा अल्टरोज जय कुमार चौहान ने फाइनेंस करा कर वाहन को जय कुमार चौहान ने अपने सुपुर्द ले लिया,कुछ दिनों बाद फिर जय कुमार चौहान ने बताया कि मुझे कुछ पैसे की आवश्यकता है यह कहकर होंडा एक्टीवाला फाइनेंस वाले कागज में मुझसे साइन ले लिए।और उसे ही फाइनेंस करा लिया।कुछ दिनों बाद जब दोनो वाहनों के किस्त नही पटे तो बैक का फोन आया,तब मैंने जय कुमार चौहान का पता किया तब मुझे जानकारी मिली की मेरे द्वारा फाइनेंस किए दोनो वाहनों को राहुल पाटिल और गौतम जैन साहूकारो के पास गिरवी रख दी गई है,तब मुझे अहसास हूवा की मेरे साथ बड़ी ठगी हुई है।जब मेरे नाम से फाइनेंस वाहनों को मांगा तो जय कुमार द्वारा गाली गलौज करते हुए देने से मना कर दिया।इसकी शिकायत मैंने पुलिस अधीक्षक महोदय से की है।
ऐसी ही दूसरी धोखाधड़ी की शिकायत कृष्णकांत दुबे ने भी तथाकथित मिस्टर नटवरलाल जय कुमार चौहान के ऊपर दुर्ग पुलिस अधीक्षक के पास की है। उनका भी आरोप था कि जय चौहान द्वारा उनके नाम से 2 वाहनों को फाइनेंस कराया और किराया में लगाने की बात हुई,मजे की बात यह हैं कि चार पहिया वाहन जिसकी संख्या 2 है,इन वाहनों को 3 दिन के अंदर ही फाइनेंस कराया ।यह सब खेल बिना सेटिंग के संभव नहीं ।इनके बाद वाहनों को जय चौहान द्वारा अपने कब्जे में ले लिया गया,जब इन वाहनों की किस्त नही पटी,तब बैक वालो का फोन आया तब इन्हें ठगी होने का अहसास हुवा। इन वाहनों के फाइनेंस और डाउन पेमेंट देने तक गौतम वोहरा और राहुल पाटिल का नाम सामने आ रहा है।सूत्रों की माने तो इस व्यक्ति द्वारा इसी प्रकार वाहनों का फाइनेंस करा कर भोले भाले लोगो को भरोसे में ले कर ठगी की जाती है,इसके पहले भी इस व्यक्ति के खिलाफ कोरबा कोतवाली में अपराध पंजीबद्ध किया गया था।अब देखना यह होगा कि दुर्ग पुलिस कैसे एक्शन लेती है।सबसे बड़ी बात ये है की पढ़े लिखे लोग भी इस व्यक्ति के झांसे में आ जा रहे है।
एक्सपर्ट राय एडवोकेट सौरभ चौबे ने इस विषय में बताया कि वाहन के मालिक की बिना जानकारी के वाहनों को अन्य व्यक्ति द्वारा गिरवी रखना कानूनन अपराध है,इस प्रकार की ठगी पहले भी हो चुकी है,ठगी का शिकार व्यक्ति सबसे पहले इसकी जानकारी संबधित थाने में दे,अगर किसी भी प्रकार की कानूनन सलाह चाहिए तो मुझे 8120001122 इस नंबर पर वातसअप कर सकते है।
कानूनन एक्सपर्ट एडवोकेट सौरभ चौबे
नोट – अगर इसी प्रकार से कोई भी व्यक्ति ठगी का शिकार हुआ है तो हमे 8770462217 नंबर पर संपर्क कर सकता है।हम उसकी हर संभव मदद करेंगे। हताश होकर कोई भी व्यक्ति गलत निर्णय लेने का फैसला बिलकुल भी न करे।