उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा, कलेक्टर श्री महोबे सहित नगर के गणमान्य और प्रबुद्ध नागरिकगण वर और वधु दोनो पक्ष में शामिल होकर कन्या विवाह का मान बढ़ाया।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से बेटियों की विवाह की चिंता दूर हुई-उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ।
परिवार में बहुओं को बेटी का दर्जा दें-महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा और कैबिनेट मंत्री राजवाड़े ने नव दम्पत्तियों को आशीर्वाद प्रदान किया
सामाजिक रिती-रिवाज से 290 जोड़े बंधे परिणय-सूत्र
मेंरोहित चंद्रवंशी, दैनिक ट्रैक सीजी
कवर्धा। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े आज कवर्धा के सरदार पटेल मैदान में मुख्यमंत्री कन्या विवाह कार्यक्रम में शामिल हुए। सामाजिक रिती-रिवाजों और अभुतपूर्व उत्साह के साथ सरदार पटेल में 290 दंपत्य जोड़ों ने साथ फेरे लेकर अटूट बंधन में बंध गए। वर एवं वधु को पंडित ने सात वचनों का संकल्प भी दिलाया। नव दंपत्य जोड़ों को उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा और कैबिनेट मंत्री श्रीमती रजवाड़े ने मंच पर आशीर्वाद प्रदान कर 21-21 हजार रूपए का चेकर प्रदान किया। वहीं विवाह संपन्न कराने वाले 07 पंडितों को 5-5 हजार रूपए, विशेष पिछड़ी बैगाजनजाति के दोषी को 5-5 हजार रूपए और श्रीवास को 1-1 हजार रूपए का चेक प्रदान किया गया।उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने नवदाम्पत वर एवं वधु को आशीर्वाद प्रदान करते हुए उनके सुखमय जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से आज पूरे सम्मान के साथ कबीरधाम जिले के 290 बेटियों की विवाह पूरे रिती-रिवाज और सामाजिक परंपरा के साथ एक आर्दश विवाह के रूप में संपन्न कराया गया। आज हम सब इस सामुहिक विवाह के साक्षी बने और नवदाम्पत्य जोड़ों को एक साथ, एक स्थान और एक मंच पर उन्हें आशीर्वाद प्रदान करने का अवसर भी हम सबकों मिला। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षो में इस सामुहिक विवाह की भव्यता की श्रृख्ला को और आगे बढ़ाएंगे और आने वाले वर्षो में और अधिक से अधिक बेटियों की शादी हो, इस तैयारी और संकल्पों के साथ हम सबकों काम करना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के अभिभावक और बेटियों की पिता की चिंता दूर हो रही है।महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने नव विवाहित जोड़ों को बधाई देते हुए कहा कि राज्य शासन द्वारा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में सभी वर्गा के लिए कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। वर्ष 2005 में हमारी तात्कालीन सरकार पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना शुरू किया गया। इस योजना के तहत 2024 तक प्रदेश में कुल 1 लाख 14 हजार 750 जोड़ों का सामुहिक विवाह काराया जा चुका है। सामाज में वैवाहिक खर्च रोकने के लिए यह योजना लाभ दायक है। इस योजना का लाभ सामाज के आर्थिक रूप से कमजोर सभी परिवारों को लेनी चाहिए। इससे उनके आर्थिक सुधार भी होगी। सामाज विवाह में होने वाले अनावश्यक खर्च को कमी करते हुए आर्दश विवाह की ओर कदम बढ़ा दिया है। प्रदेश के ऐसे कई समाज है जो अब सामुहिक विवाह को प्रोत्साहित कर रहे है। इससे मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना को भी प्रोत्साहन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि परिवार बहुओं को एक बेटी के रूप में भी स्वीकार करनी चाहिए, इससे समाज और परिवार और सुदृण और मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि बेटियों की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि बेटियों को शिक्षा से वंचित ना करें। क्योकि बेटियां शिक्षित होती है तो शादी के बाद दो परिवारों का शिक्षित करती है।कलेक्टर जनमेजय महोबे ने स्वागत भाषण देते हुए प्रतिवेदन पढ़ा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना शासन की मत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के माध्यम से गरीब परिवार में बेटिंयां की विवाह की चिंता अपने उपर ली है। इस योजना के तहत प्रत्येक जोड़ों के विवाह के लिए 50 हजार रूपए व्यय किए जाते है। जिसमें 21 हजार रूपए हितग्राही को चेक के माध्यम प्रदान किया जाता है। इसके साथ ही 15 हजार प्रोत्साहन सामाग्री के रूप में, 6 हजार रूपए परिधान एवं मंगलसूत्र आदि में 8 हजार रूपए आयोजन व्यवस्था के व्यय किए जाते है। मंच संचालन अभिषेक पाण्डेय ने किया।