:–एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र की बंद पड़ी जयनगर भूमिगत खदान में अवैध रूप से सुरंग बनाकर कोयला उत्खनन करने के दौरान सोमवार प्रातः सुरंग के भीतर चाल धसकने से मौके पर कोयला खुदाई कर रहे 30 वर्षीय युवक की दबने से मौत हो गई जबकि उसके साथ दो अन्य युवक बाल बाल बच गए। घटना 26 फरवरी को प्रातः 6 बजे के आसपास की बताई जा रही है। सूचना पर विश्रामपुर पुलिस तत्काल एसईसीएल की रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर पहुंच शव निकालने की माथापच्ची में जुटी है लेकिन 12 घंटे बाद भी शव को बाहर नहीं निकला जा सका है। शाम होने के कारण सुरक्षा कारणों से रेस्क्यू रोक दिया गया है। बताया जा रहा है कि बिश्रामपुर कुमदा मार्ग पर बाबा मस्तनाथ मंदिर के पीछे वर्षों से बंद पड़ी खदान से कोयला निकालने जमीन से डेढ़ सौ फीट नीचे कोयला चोरों ने सुरंग बना लिया है और यहीं से वे रोजाना कोयला निकालते हैं। रोजाना की तरह आज भी पैंतीस चालीस बाइक सवार कोयला ले जाने में जुटे थे। घटना के चश्मदीद खरसूरा निवासी बुधियार साय ने बताया कि रोजाना की तरह आज तीन बजे भोर में साथियों के साथ बाइक से कोयला लेने पहुंचे थे। इस दौरान दो ट्रीप कोयला ले भी गए और सुबह 6 बजे के करीब जब सुनील सोनी पिता राम गोविंद निवासी केनापारा के साथ खुद व एक अन्य साथी नंदू सिंह पिता बाल गोविंद निवासी कुमदा बस्ती सुरंग के भीतर खुदाई किए हुए कोयला को निकाल रहे थे कि अचानक चट्टान के धसकने का अहसास हुआ तो वह और नंदू सिंह खदान के दीवार का सहारा ले लिए लेकिन बीचों बीच में फंसे सुनील सोनी के ऊपर पूरा कोशिश की लेकिन शव मलबा के नीचे दबे होने से समाचार लिखे जाने तक नहीं निकाला जा सका है। ज्ञात हो कि घटना के दौरान केनापारा निवासी मृतक सुनील सोनी के अलावे ग्राम पंचायत खरसूरा निवासीअंधेरा होने से रेस्क्यू रोका, तीन मोबाइल भी चट्टान में दबेमलबा गिर गया, जिससे उसकी मौके पर ही दबकर मौत हो गई। घटना से बुरी तरह डरे सहमे दोनों क्रमशः नंदू सिंह व बुधियार साय किसी तरह टार्च के रोशनी में बाहर निकले और मृतक के परिजन को घटना की सूचना दी। बुधियार साय ने बताया कि घटना में तीनों का मोबाइल भी चट्टान के नीचे दब गया है। परिजन ने मामले की सूचना बिश्रामपुर पुलिस को दी। मौके पर पहुंची थाना से उपनिरीक्षक एसआर भगत, सहायक उपनिरीक्षक देवनाथ चौधरी, प्रधान आरक्षक दरश देवांगन, आरक्षक ललन सिंह तत्काल पहुंचकर एसईसीएल के रेस्क्यू टीम को मौके पर बुला शव को बरामद करने की बुधियार साय, कुमदा बस्ती निवासी नंदू सिंह, ग्राम नरेशपुर निवासी शिवप्रसाद गोंड पिता बुधराम, ग्राम खरसुरा निवासी संजय कुमार कुशवाहा पिता भोला, सिलफिली निवासी साधन बंगाली, केनापारा निवासी ननकी पिता हीरा लाल सोनवानी, अमन गुप्ता पिता स्व.राम दास गुप्ता भी कोयला चोरी करने गए थे।ईंट भट्टों में खपा रहे चोरी का कोयलाबताया जा रहा है कि यहां इंटभट्ठे के सीजन में कोयला की मांग बढ़ने के साथ कोयला चोर सक्रिय होकर अवैध खदान से जान जोखिम में डालकर कोयला खुदाई करते हैं। इस अवैध कार्य में चालीस से अधिक लोग लगे हैं, जो बाइक से डेढ़ सौ फीट खदान में नीचे उतर कोयला निकालते हैं। चोरी के कोयले को स्थानीय ईंट भट्ठों में दो रुपए किलो के भाव से बिक्री करते हैं। चश्मदीद ने बताया कि मृतक सुनील सोनी अपने अंदर चार पांच लोगों को मजदूरी में रख कोयला का कारोबार करता था। साथियों को वह चार सौ रुपए के हिसाब से डेली मजदूरी देता था। मध्यरात्रि में ही वे सब टार्च व गैती फावड़ा के साथ काम में लग जाते थे और सुबह होते तक कोयले की ढुलाई करते थे।सूचना पर मौके पर पहुंचे महाप्रबंधकघटना की सूचना पर क्षेत्रीय महाप्रबंधक अजय तिवारी रेस्क्यू व माइनिंग टीम के साथ मौके पर पहुंच स्पॉट का निरीक्षण किया। इस दौरान रेस्क्यू टीम के सदस्यो ने सुरंग के भीतर जाकर मौका मुआयना भी किया। टीम के सदस्यों ने बताया कि मृतक के ऊपर चट्टान गिरने से वह दब गया है, मिट्टी हटाने के बाद ही शव को बाहर निकाला जा सकेगा ।फिलहाल टीम शव के बरामदगी के प्रयास में जुटी है।कई जगहों से सुरंग बना निकाल रहे कोयलाबताया जा रहा है कि घटना स्थल के आगे भी सुरंग होने की जानकारी मिली है। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि चोरों ने अन्य स्थानों से कोयला निकालने सुरंग बनाया होगा। सड़क से घटना स्थल के डेढ़ सौ फीट नीचे होने से इलाका सुनसान है। ओसीएम खदान के मैनेजर वीपी सिंह ने बताया की कई बार सुरंग को बंद कराया जा चुका है लेकिन चोर फिररास्ता बना लेते हैं। तीन करोड़ की प्रबंधन द्वारा बनाई गई है सुरक्षा दीवारप्रतिबंधित क्षेत्र में आमजन का आवागमन बाधित करने प्रबंधन खुली खदानों के ग्यारह किलोमीटर एरिया में पत्थर की रिटर्निंग वॉल बनाई है ताकि आमजन का प्रवेश बाधित किया जा सके। इसके अतिरिक्त जगह जगह प्रतिबंधित क्षेत्र का बोर्ड लगाया गया है, बावजूद इसके चोर दीवार को क्षतिग्रस्त कर प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश कर कोयला कबाड़ चोरी कर रहे हैं। घटना से मृतक सुनील सोनी के गांव केनापारा में शोक पसरा है। बताया जा रहा है है कि गांव के कई युवा कोयला व कबाड़ चोरी के अवैध कार्य में जुटे हुए हैं। कोयला कबाड़ चोरी के काम में लगे लोगों को स्थानीय पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। क्षेत्र में अवैध कोयला खनन से अब तक कई मौत हो चुकी है, लेकिन इन सबके बावजूद लोग चंद रुपए की लालच में जान जोखिम में डाल अवैध कार्य में जुटे हैं। चार महीने से हो रही पत्राचारमामले की गंभीरता को इस बात से भी समझा जा सकता है कि पुलिस द्वारा पिछले चार महीने से लगातार प्रबंधन से पत्राचार करके उक्त अप्रिय स्थिति से अवगत कराते हुए इसके रोकथाम हेतु पहल किए जाने की बात कहते रहे हैं। साथ ही तत्कालीन पुलिस अधीक्षक द्वारा भी तत्कालीन कलेक्टर से पत्राचार करके उक्त अवैध सुरंग के रोकथाम हेतु पहल किया गया है। बावजूद इसके मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने से आज एक युवक की जान चली गई।
अवैध कोयला खदान से कोयला निकालते चट्टान धसकी एक की मौत, दो बाल बाल बचे। शशी रंजन सिंह*सूरजपुर (ट्रैक सी.जी. जिला ब्यूरो चीफ)
Related Posts
Add A Comment