कुपोषण, स्वास्थ्य, भरोसा रचना जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर बैठक में हुई चर्चा
सूरजपुर जिला, प्रदेश में रोल मॉडल के रूप में उभरे- मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े । शशी रंजन सिंह*सूरजपुर (ट्रैक सी.जी. जिला ब्यूरो चीफ)
:– महिला एवं बाल विकास व समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े द्वारा आज महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ साथ अन्य महत्वपूर्ण विभागों की सामान्य परिचय बैठक रखी थी। जिसमें सूरजपुर जिला, प्रदेश में रोल मॉडल के रूप में उभरे, इसके लिए योजनाबद्ध रणनीति पर चर्चा हुई। बैठक में प्रेम नगर के विधायक श्री भूलन सिंह मराबी और श्री बाबूलाल अग्रवाल भी उपस्थित थे। इस अवसर पर मंत्री श्रीमती लक्ष्मी रजवाड़े ने कुपोषण उन्मूलन की दिशा में जिले में क्या क्या सकारात्मक कदम उठाये जा सकते हैं, प्री नर्सरी लेवल पर ही बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिये उपाय जैसे पहलूओं पर चर्चा की। उन्होंने महिला एवं बाल विकास के उपस्थित संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी आंगनबाड़ी और मिनी आंगनबाड़ी में संबंधित नियमित मॉनिटरिंग करें। नियमित रूप से पंजी की जांच हो। सुपरवाइजर द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र का औचक निरीक्षण किया जाए। सहायिकाएं एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की निर्माता समीक्षा की जाए। बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित कर पोषण आहार के साथ-साथ उनके सर्वांगीण विकास के लिए खेल व प्रारंभिक शिक्षा से पठन-पाठन कराया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिले में योजनाबद्ध तरीके से युद्ध स्तर पर कार्य कर बच्चों में महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में कार्य किया जाएगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी के बैठक की शुरुआत हुई जिसमें उनसे आंगनबाड़ी, मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन, पूरक पोषण आहार कार्यक्रम, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, सखी वन स्टॉप सेंटर, नोनी सुरक्षा योजना, विभाग पदस्थापना, परियोजना, रिक्त पद व रिक्त नियुक्ति प्रक्रिया के संबंध में जानकारियां ली गई। स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक हुई जिसमें जिला अस्पताल को जीरो रेफरल अस्पताल के रूप में तब्दील करने की बात कही गई। इसके साथ ही दूरस्थ अंचल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष फोकस रखने के लिए कहा गया ताकि ग्रामीण अंचलों के लोगों को वहीं पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके। इसके साथ ही डॉक्टर एवं स्टाफ सेवा भाव के साथ अपने दायित्व का निर्वहन करें इसके लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। इसके अलावा समाज कल्याण, खाद्य विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, पीएचई, पीडब्ल्यूडी और आरईएस इत्यादि विभागों की क्रमवार बैठक हुई जिसमें विभागों द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन पर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए ताकि जिले के प्रत्येक नागरिक को योजनाओं का लाभ मिले और जिले का संपूर्ण विकास हो। मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने स्पष्ट निर्देश दिए की पीडब्ल्यूडी, हाउसिंग बोर्ड और आरईएस जैसे विभागों द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्य की गुणवत्ता उच्च कोटि की होनी चाहिए। निर्मित हो रही बिल्डिंग, सड़क की लेवलिंग के अनुरूप होनी चाहिए। नागरिकों की मूलभूत आवश्यकता जिसमें सड़क, बिजली, पानी व अन्य चीजें शामिल हैं उनके क्रियान्वन मे किसी भी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही संबंधित विभागों के साथ जिले को विकास की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई।