शासन के तमाम निर्देशो के बाद भी धान खरीदी केंद्रों में फर्जीवाड़ा थमने का नाम नही ले रही रही है। धान खरीदी केंद्रों में फर्जीवाड़ा को रोक पाने जिला प्रशासन सहित विभागीय अमला भी नाकाम मेहनत कर रही है। जिसके चलते यह फर्जीवाड़ा धड़ल्ले से फल फूल रहा है। दरअसल यह पूरा मामला धान के परिवहन से जुड़ा हुआ है। जिसमे खरीदी प्रभारी मिलर से मिलीभगत कर मोटा धान के बदले में सरना धान का परिवहन करवा रहे है। इस पूरे खेल में मिलर द्वारा खरीदी प्रभारी को धान परिवहन के इस खेल क्विंटल के हिसाब से नगद रुपये देते है। आपको बता दे बीते दिन सोमवार को धान खरीदी केंद्र किकीरदा से एक ट्रक धान को लोड कर उसका परिवहन किया जा रहा था। जिसमे पत्रकारों को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि परिवहन हो रहे धान का डीओ मोटा का कटा है। जबकि ट्रक में सरना धान का परिवहन किया जा रहा है। तब पत्रकारों की टीम ने ट्रक रोककर धान को देखने और डीओ का मिलान करने पर डीओ मोटा धान चार सौ 50 कट्टा का था। जबकि धान को देखने पर सरना धान पाया गया। इस मामले की पूरी जानकारी जैजैपुर तहसीलदार को अवगत कराने पर तहसीलदार शिद्धार्थ अनंत द्वारा मौके पर जाकर धान और डीओ का मिलान करने पर दोनों में अंतर पाया गया तब उन्होंने ट्रक की जप्ती कार्रवाई किया गया है।यहां की व्यवस्था में ऑनलाइन टोकन नही चलता नाम लिखाए और बारी का करे इंतजारकिकीरदा के खरीदी प्रभारी कुशद चंद्रा का हौसला इतना बुलंद है इसकी अंदाजा इसी बात से लगा सकते है। जहां इसके द्वारा किसानों द्वारा ऑनलाइन टोकन काट कर धान ले जाने पर किसानों को वापिस भेजते हुए। यह कहते दिखाई दे रहा है,की सरकार ने भले ही किसानों के लिए ऑनलाइन टोकन की व्यवस्था की की है। लेकिन किकीरदा के खरीदी प्रभारी शासन के इस नियमो को मानने से साफ इंकार करते हुए खरीदी प्रभारी ने किसानों को खरीदी केंद्र आकर रजिस्टर में नाम लिखवाने के बाद अपनी बारी का इंतजार करने बोल रहा है। जो शासन के नियमों का खुला उलंघन है।खुद को बचाने जब तत्कालीन समिति अध्यक्ष पर चलवा दी थी गोलीआपको बता दे किकीरदा के खरीदी प्रभारी कुशद चंद्रा का भ्रष्टाचार से पुराना नाता है। यही वजह है कुशद चंद्रा जहां भी रहता है वहा गड़बड़झाला करने से बाज नही आता है। कुछ इसी तरह का मामला इसका कुशद चंद्रा जब घिवरा में खरीदी प्रभारी था। तब इसके गड़बड़ी और भ्रष्टाचार का जानकारी घिवरा के तत्कालीन समिति अध्यक्ष संतोष कश्यप को मिलने पर अध्यक्ष संतोष कश्यप ने कुशद चंद्रा को उसके पद से हटा दिया था। इससे बौखलाए कुशद चंद्रा ने तत्कालीन समिति के अध्यक्ष संतोष कश्यप को जान से मरवाने सन 2018-19 में मध्यप्रदेश शहडोल के शार्प शूटर बुलाकर फायरिंग करवा दिया था। हालाकी किस्मत से गोली खिड़की पर लगे लोहे से टकरा कर दीवाल में लग गई तब जाकर तत्कालीन घिवरा समिति की जान बच पाई थीं। इस प्रकरण की जांच में तब पुलिस को शूटरों से 25 हजार रुपये बरामद भी हुआ था और कुशद चंद्रा को जेल की हवा भी खानी पड़ी थी।पत्रकारों की सूचना पर मेरे द्वारा मौके पर जाकर चेक किया और डीओ और धान के मिलान पर डीओ मोटा और धान सरना पाया गया है। जिस पर ट्रक को जप्त कर पूरे मामले की जांच प्रतिवेदन बनाकर कलेक्टर मैडम को भेजा गया हैंशिद्धार्थ अनंत तहसीलदार जैजैपुर
मोटा धान के नाम पर सरना धान का परिवहन,खरीदी प्रभारी और मिलर की मिभगत से शासन को लाखों रुपये का नुकसान धान खरीदी केंद्र कि कीरदा के खरीदी प्रभारी का कारनामा मोटा धान के डीओ में सरना धान का करा रहा था परिवहन शिकायत के बाद जैजैपुर तहसीलदार ने धान के परिवहन कर रहे ट्रक को किया जप्त। (सक्ति/जैजैपुर/ट्रैक सीजी/अवधेश टंडन)
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