नगर निगम क्षेत्र के कांग्रेस नेता और भिलाई निगम में एमआईसी सदस्य रहे नरेश कोठारी ने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। प्रेस कांफ्रेंस लेकर उन्होंने पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और उनके पुत्र की कृत्यों से नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा देने की बात कही उन्होंने कहा की पूर्व मंत्री चुनाव हारने के बाद भी पार्टी कार्यकर्ताओं को सीधी चेतावनी दे रहे है की मैं हारा जरूर हूं लेकिन छाया विधायक मैं ही रहूंगा रिसाली निगम और नगर पंचायत की पार्टी टिकिट मैं ही बाटूंगा उनकी इन बातों को उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए सीधी धमकी बताया।ज्ञात हो की नरेश कोठारी भिलाई निगम के पार्षद रह चुके हैं महापौर परिषद में महिला एवं बाल विकास के प्रभारी भी रहे उनकी पत्नी भी पार्षद रह चुकी हैं। संगठन में भी उन्होंने अनेक पदों पर रहकर दायित्वों का निर्वहन किया है । रिसाली नगर निगम को भिलाई निगम से अलग करने में किए आंदोलन में भी उनका योगदान रहा है ।25 सालों से ज्यादा समय तक कांग्रेस में सक्रिय रहे इस अनुसूचित जाति के नेता ने इस्तीफा दे दिया है।भिलाई जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर के नाम जारी ज्ञापन में उन्होंने कई गंभीर आरोप पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू एवं उनके पुत्र जितेंद्र पर लगाए है। उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि आगे भी वही परिवार दुर्ग ग्रामीण की राजनीति करेंगे, बीते निगम चुनाव में भी एक निर्दलीय को जीताने के लिए उन्होंने मुझे चुनाव हरवाने में अपना सारा सिस्टम लगवा दिया। इसका परिणाम यह रहा कि निर्दलीय जीतकर आए उस पार्षद को बाद में बाकायदा कांग्रेस में शामिल कर एक और कांग्रेसी को झूठे आरोपों में फंसाकर एमआईसी से इस्तीफा दिलवाकर एक निर्दलीय को एमआईसी सदस्य भी बनवा दिया ।इस विधानसभा चुनाव में जनता ने उनका परिणाम भी दिया। यह परिवार जब तक राजनीति में रहेगा तब तक कांग्रेस का भला नहीं हो पाएगा।उन्होंने मंत्री पर मन में मंशा पाप रख पार्टी के कार्यकर्ताओं को निजी रूप से आर्थिक क्षती पहुंचाने का भी आरोप लगाया ,कहा की मरौदा रिसाली क्षेत्र में बीएसपी की जमीन पर सैकड़ों परिवार रह रहे है और व्यवसाय भी कर रहे किंतु मंत्री रहते ताम्रध्वज साहू ने राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर मेरा कार्यालय और घर तुड़वा दिया जबकि उसी कार्यालय से उन्होंने लोकसभा का चुनाव लडा था क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की अनेक बैठकें भी ली थी । पूरे प्रेस कांफ्रेंस की बात के निष्कर्ष पर जाएं तो पूर्व एमआईसी सदस्य का कांग्रेस को अलविदा कहने के पीछे मूल कारण यही नजर आता है की नेताजी आज भी कार्यकर्ताओं से चेतावनी भरे लहजे में बात करते है जिसे धमकी भी कहा जाय तो अतिश्योक्ति नहीं होंगी। मतलब साफ है रस्सी जल गई लेकिन ऐंठन नही गई ,ऐसा ही कुछ प्रतित होता है तात्कालीन मंत्री के कथनों का और कार्यकर्ताओं से उनके व्यवहार का …
रस्सी जल गई लेकिन ऐंठन नही गई??शायद ऐसा ही कुछ आरोप लगाते कांग्रेस को अलविदा कह दिया भिलाई निगम के पूर्व एमआईसी ने। मैं चुनाव हारा हूं लेकिन निगम और नगर पंचायत टिकिट मैं ही बाटूंगा ऐसा कुछ कहा था तात्कालीन मंत्री ने ,यह कार्यकर्ताओं को सीधी धमकी तो नही ?भिलाई निगम के पूर्व एमआईसी पार्षद रहे कांग्रेसी नेता नरेश कोठारी ने दिया पार्टी से इस्तीफा,पूर्व मंत्री पर लगाई आरोपों की झड़ी। रिसाली (सतीश पारख)
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