बीजापुर – पूरा देश नए साल के स्वागत में जश्न मना रहा था बस्तर के जंगलों में गोलियों की बौछार में एक दुधमुंही बच्ची ने दम तोड़ दिया। 1 जनवरी के गंगालूर थानाक्षेत्र के मुतवंड़ि में हुई गोलीबारी को लेकर लगातार बयानबाजी चल रही है। मुठभेड़ को लेकर अब सवाल उठ रहे हैं। किसकी गोली से बच्ची की मौत हुई ये सवाल अब उठने लगा है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस मामले में बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी के नेतृत्व में 5 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है जो घटनास्थल जाकर पीड़ित परिवार से मिलकर रिपोर्ट तैयार करेगी।बामन सोढ़ी और मासे सोढ़ी के 4 बच्चे थे जिसमें सबसे छोटी 6 महीने की बच्ची मंगली को गोली लगने से मौत हो गई वहां मां मासे को भी हाथ मे गोली लगी थी। मासे का ईलाज बीजापुर जिला अस्पताल में किया गया। पुलिस ने जारी विज्ञप्ति में बताया था कि शाम करीब 5 बजे नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के दौरान दोनो ओर से चली गोलीबारी में 6 महीने की बच्ची मंगली की मौत हो गई। मां के हाथ मे भी गोली लगी थी। नक्सलियो की भैरमगढ़ एरिया कमेटी के बड़े कैडर की मौजूदगी की सूचना पर जॉइंट आपरेशन लांच किया गया था।प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या कहा,प्रत्यक्षदर्शियों ने मीडिया को बताया कि पुलिस की गोली से बच्ची की जान गई है। जब गोलियां चलीं तब जवानों ने ग्रामीणों से कहा कि नक्सली फायरिंग करके भागे हैं। नक्सलियो की गोलियों से मौत हुई है। ग्रामीणों ने कहा कि जब गोलियां चल रहीं तब यहां कोई नक्सली नही थे। अंतिम संस्कार भी पुलिस ने बजरिया करवाया है।
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