सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के एलडीसीपी विभाग में रिफ्रैक्टरी मटेरियल प्लांट-1 क्षेत्र में स्थापित ‘सेल ग्रीन टाइल्स प्लांट’ में निर्मित पेवर ब्लॉक की पहली खेप को मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (आयरन) तापस दासगुप्ता द्वारा, 08 नवंबर 2023 को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। कुल 8.8 मीट्रिक टन से अधिक वजन वाले पेवर ब्लॉक की यह पहली खेप ‘सेल ग्रीन टाइल्स प्लांट’ से बीएसपी के टाउन सर्विसेज डिपार्टमेंट को भेजी गई।ज्ञात हो कि संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने 24 जून, 2023 को ग्रीन टाइल्स प्लांट का उद्घाटन किया था। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सेवाएं) प्रबीर कुमार सरकार और मुख्य महाप्रबंधक (एमआरडी) सुशील कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी और संयंत्र कर्मी उपस्थित थे।हरित पर्यावरण पहल के तहत और 100% ठोस अपशिष्ट के उपयोग का लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में यह संयंत्र का ठोस कदम है। दीर्घकालिक और शून्य कार्बन उत्सर्जन भविष्य के लक्ष्य को हासिल करने के लिए, ईंधन मुक्त प्रक्रिया के माध्यम से, बीओएफ स्लैग का उपयोग करके ‘सेल ग्रीन टाइल्स प्लांट’ में पेवर ब्लॉक का निर्माण किया जा रहा है। तापस दासगुप्ता के मार्गदर्शन में बीएसपी की एक अंतर-विभागीय टीम ने (5-12 मिमी) बीओएफ स्लैग से पेवर ब्लॉक बनाने के पायलट प्रोजेक्ट का अध्ययन करने के लिए, पिछले दिनों आरडीसीआईएस रांची का दौरा किया था।नव-निर्मित ‘सेल ग्रीन टाइल्स प्लांट’ में निर्मित पेवर ब्लॉक में आईएस 15658:2006 के अनुसार 40 एन/मिमी2 की स्पेसिफाइड कॉम्प्रेशन स्ट्रेंथ (एम-40 कॉम्प्रेशन स्ट्रेंथ) है। सेल ग्रीन टाइल्स प्लांट में बने पेवर ब्लॉक वर्तमान में बाजार में उपलब्ध ब्लॉक से काफी सस्ते और बेहतर हैं। इन पेवर ब्लॉकों का उपयोग पैदल यात्री प्लाजा, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स रैंप, कार पार्किंग, कार्यालय ड्राइव वे, हाउसिंग कॉलोनी सहित कार्यालय परिसर, कम मात्रा में यातायात वाली ग्रामीण सड़कें, फार्महाउस, समुद्र तट स्थल, पर्यटक रिसॉर्ट्स स्थानीय प्राधिकरण पैदल मार्ग, आवासीय सड़कें आदि कई बुनियादी ढांचे के उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
बीएसपी के ग्रीन टाइल्स प्लांट से पेवर ब्लॉक की पहली खेप टीएसडी को भेजी गई।
Previous Articleकांग्रेस के घोषणापत्र पर भाजपा का संकल्प पत्र पर भारी – डा रमन।
Related Posts
Add A Comment