जिले में इन दिनों चुनावी सरगर्मियां उफान पर है वही आदर्श आचार संहिता का पालन कराने के लिए प्रशासन मुस्तैद है व जगह जगह नाके बंदी कर वाहनों की कड़ाई से जांच भी कि जा रही है।नामांकन प्रक्रिया समाप्त होते ही अब राजनितिक दल के लोग जहां अपने प्रत्यासी को साथ में लेकर जनता के बीच पहुंच रहे है तो वही निर्दलीय छाप का इंतजार कर रहे है।इन सब के बीच बड़े राजनीतिक पार्टी प्रत्यासी खर्च में न जुड़े इसलिए कम वाहनों का परमिशन लेकर काफिलों के साथ गुजर रहे है। ऐसे में निर्वाचन में तैनात अधिकारी भी सतर्कता के साथ वाहनों की कढ़ाई के साथ चेकिंग कर रहे हैं चुकी प्रचार सामग्री बूथ तक राजनीतिक दल पहुंचती है ऐसे में परमिशन सुधा गाड़ी ही ले जा सकती है लेकिन ऐसा अमूमन प्रचार सामग्री धड़ले से बिना परमिशन के गाड़ी में जा रही है जो की नाके बंदी से दूर है ऐसे में प्रशासन द्वारा ऐसे वाहनों को रोक कर आदर्श आचार संहिता का पालन करना किसी चुनौती से काम नहीं है। ऐसा भी हुआ विकासखंड भैयाथान अंतर्गत ग्राम पंचायत परसिया में एसटीएफ की टीम के एक कर्मचारी ने भाजपा का झंडा उखाड़ कर फेंक दिया चुकी भाजपा कार्यकर्ता वहीं पर थे जो वहा पहुंचकर एसटीएफ टीम से झंडा उतारने को लेकर नाराजगी जाहिर किया इस मामले को बढ़ता देख एसटीएफ टीम के प्रभारी आशीष लकड़ा ने गाड़ी से उतरकर मामले को शांत कराया व कहा कि टीम के कर्मचारी के द्वारा गलत तरीके से झंडा को निकाला गया है उसे में लगवा देता हूं और उक्त कर्मचारी की शिकायत भी करूंगा तब जाकर भाजपा कार्यकर्ता शांत हुए और मान गए।
धड़ल्ले से जा रही है बिना परमिशन के गाड़ियों में बूथों तक प्रचार सामग्रियां।
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