विधानसभा निर्वाचन 2023 अंतर्गत कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रभात मलिक के निर्देशन में माइक्रो ऑब्जर्वर (सूक्ष्म प्रेक्षकों) का प्रशिक्षण आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण में सूक्ष्म प्रेक्षकों को उनके कर्तव्यों व दायित्वों को विस्तार से जानकारी दी गई। मास्टर ट्रेनर श्री तोषण गिरि गोस्वामी ने प्रशिक्षण देते हुए बताया कि मतदान प्रारम्भ होने के 90 मिनट पूर्व मतदान केन्द्र पहुंच जाना है और मॉक पोल सहित मतदान की पूरी प्रक्रिया का सूक्ष्म अवलोकन करना है। मॉक पोल से लेकर वास्तविक मतदान प्रारम्भ होने के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के कंट्रोल यूनिट की सीलिंग पर भी नजर रखनी है। साथ ही दिनभर की सभी गतिविधियों को संबंधित प्रपत्र में संधारित करना है और पीठासीन पदाधिकारी के साथ-साथ अन्य मतदान कर्मियों से भी जानकारी लेते रहना है। उन्हांने बताया कि मतदान अभिकर्ता पर भी नजर रखनी है कि मॉक पोल के दौरान वह उपस्थित हुए है या नहीं और इसके साथ-साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान मतदान केन्द्र पर अपनी ड्यूटी का अनुपालन कर रहे है इसकी भी सूचना देंगे। प्रत्येक घंटे में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और मतदाता रजिस्टर से आंकड़े का मिलान करते रहेंगे ताकि मतदान की स्थिति स्पष्ट होती रहे। शाम 05ः00 बजे कतार में कितने मतदाता उपस्थित थे। इसकी भी रिपोर्ट देनी है। इसके बाद अंतिम समय में कितने मतदाता उपस्थित थे, जिनको पीठासीन पदाधिकारी द्वारा टोकन दिया गया, कुल मतदान की संख्या और उसका प्रतिशत भी दर्ज करेंगे। उन्होंने बताया कि मतदाता परिचय पत्र से कितने मतदाताओं ने वोट दिया और एएसडी सूची से कितने मतदाताओं ने वोट दिया। यह भी अवलोकन करना है कि अमिट स्याही ठीक से लगाई जा रही है या नहीं और पीठासीन अधिकारी की डायरी में समस्त घटनाएं दर्ज हो यह भी सुनिश्चित करना है। माइक्रो ऑब्जर्वर के रूप में बैंक,एल आई सी,केंद्रीय विद्यालय और जवाहर नवोदय विद्यालय के कुल 171 अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
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