राम मंदिर ट्रस्ट की भूमि को वापस करने की मांग को लेकर किसान नेता योगेश तिवारी बेमेतरा राज्यपाल के नाम का कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे। किसान नेेेता योगेश तिवारी केे अनुसार तत्कालीन एसडीएम ने कलेक्टर के आदेश के पूर्व न्यास की जमीन का अंतरण कर दिया । बेमेतरा में श्री रामचंद्र मंदिर ट्रस्ट की भूमि लगभग 5 एकड़, जिसे अधिकारियों पर दबाव बनाकर सुमित कौर पति बलमीत सिंह सलूजा के नाम पर अंतरण किया गया । इसके अलावा ट्रस्ट की बची हुई भूमि में से करीब चार एकड़ भूमि पर पक्की सड़क का निर्माण कराया जा रहा है । ताकि ट्रस्ट की भूमि की उपयोगिता पूर्णता खत्म की जा सके । इस कृत्य से पूरे प्रदेश में सनातन हिंदू समाज में खासी नाराजगी है ।*प्रावधानों के तहत भूमि का अंतरण संभव नहीं*किसान नेता ने बताया कि कलेक्टर के आदेश के विरुद्ध जाकर की रजिस्ट्री कराई गई। 4 नवंबर 2020 को कलेक्टर ने लिखित आदेश में कहा है कि श्री राम मंदिर ट्रस्ट समिति की भूमि लोक न्यास की भूमि है लोक न्याय न्याय अधिनियम 1963 के प्रावधानों के अनुसार न्यास भूमि का अंतरण संभव नहीं है। बावजूद कलेक्टर के आदेश के विरुद्ध जाकर तत्कालीन एसडीएम ने भूमि अंतरण करने का आदेश 26 सितंबर 2020 को कूट रचना करके दे दिया। यह सारी कार्रवाई कोरोना काल के दौरान हुई, इसलिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौपा जाएगा। वही ट्रस्ट की भूमि को वापस करने की भी मांग की जाएगी।
मंदिर ट्रस्ट की भूमि वापस करने की मांग, किसान नेता राज्यपाल के नाम कलेक्टर को सौंपेंगे ज्ञापन नियमो के विरुद्ध ट्रस्ट की भूमि का अंतरण करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की उठी मांग।
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