मंगल साधना केंद्र मंगलम में जयमल जयंती का कार्यक्रम सेवाभावी उप प्रवर्तक डॉ श्री सतीश मुनि जी म. सा पवित्र नेश्राय में संपन्न हुआ उरला बी एम वाई श्री रतन गुरु पावन धाम श्री मंगल साधना केंद्र मंगलम् में भीष्म प्रतिज्ञा धारी चरित्र चूड़ामणि चर्चा चक्रवर्ती एकभवावतारी श्रीमद् जैनाचार्य परम पूज्य श्री जयमल जी म.सा के जन्मजयंति के कार्यक्रम का प्रारंभ पूज्य श्री रमन मुनि जी म.सा के मुखारविंद से निकले हुए मंगलाचरण से हुआ तदन्तर आगन्तु के समुख सभी चरित्र आत्माओं का नामस्मरण का जाप किया ।स्वागत गीत स्वागत भाषण कार्यकर्ताओं ने करने के पश्चात कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री लाभ चन्द जी बाफना का स्वागत श्री मंगल साधना केंद्र मंगलम के ट्रस्टीयो के द्वारा किया गया। बाफना जी ने जयमल जी म.सा. का गुणगान करते हुए उनके नाम में ऊर्जा का जिक्र किया ।उन्होंने कहा की समय-समय पर यहां विराजित सभी संत वृन्दो की जिम्मेदारी को सबको मिलकर निभाना चाहिए । उन्होंने आगे विचार व्यक्त करते कहा की संगठित समाज आज की जरूरत है हम सारे मिलजुल कर गुरु रतन पावन धाम का बेड़ा उठाकर उसे शीघ्र पूर्ण करने का लक्ष्य रखे सभा के प्रमुख अतिथि दुर्ग बेमेतरा सांसद महोदय विजय जी बघेल ने भी आचार्य जयमल जी म.सा के व्यक्तिव पर प्रकाश डालते हुए उनके मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी ।चेन्नई, बेंगलुरु ,जयपुर ,दुर्ग ,रायपुर, साजा बीजा ,देवकर ,अहिवारा ,चरोदा ,भिलाई 3 ,पावर हाउस ,नेहरू नगर ,वैशाली नगर ,कुम्हारी ,गुजरा पाटन ,धमतरी , उतई ,बालोद ,डोंडी लोहारा, राजनांदगांव ,चन्द्रपुर, दिल्ली आदि से पधारे श्री संघो की उपस्थिति रही।इस प्रसंग पर उप प्रवर्तक सेवाभावी डाँ परम पुज्य सतीश मुनि जी म.सा ने फरमाया कि एक प्रवचन से उनके जीवन में परिवर्तन आया संसार से विरक्त होने का कठोर संकल्प लिया अनेक पारिवारिक बाधाए उत्पन्न हुई पर अपने निकले हुए शब्द पर वह अडिग रहे । उन्होंने जयमल जयंती पर गुरुदेव का स्मरण कर उनके विचारों को आमजनों के बीच रखा।
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