रायपुर। सीएम भूपेश बघेल बिलासपुर दौरे से लौट चुके हैं। बिलासपुर में युवाओं से भेंट मुलाकात में महाविद्यालय के छात्र छात्राएं आए थे, उनसे सवाल जवाब और उनके विचार, वो किस प्रकार से छत्तीसगढ़ को देखना चाहते है, यह सब विषय की बात की।
सीएम भूपेश बघेल ने किया दो बड़ी घोषणा कि
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित किए जाने वाले दो वैकल्पिक परीक्षाओं में अभियार्थियों के मांग पर आयोग द्वारा ये फैसला लिया गया है कि भविष्य में विद्यार्थियों द्वारा वर्गवार कटाप सूची लिखित परीक्षा परिणाम के साथ ही जारी की जाएगी। दूसरा लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं में इंटरव्यू के नंबर कम किए जायेंगे।
बीजेपी एससी के राष्ट्रीय बैठक पर सीएम भूपेश बघेल का बयान सामने आया है,उन्होंने कहा कि जो जनगणना के आधार पर है वो नहीं दिया गया। 13 प्रतिशत जनगणना में थे, उसके बाद भी उसे 12 प्रतिशत किया गया और अनुसूचित जाति के साथ लगातार पिछले सरकार ने अन्याय किया अब उसे साधने की कोशिश कर रहे है।
लाल सिंह आर्य के बयान पर सीएम ने पलटवार करते हुए कहा कि जो आरक्षण की सुविधा की गई, वो कांग्रेस सरकार के द्वारा की गई और ये तो सारी सुविधाएं खत्म कर रहे हैं। भर्तियां बंद कर दी गई है और आरक्षण का लाभ नहीं देना चाहते क्यों कि जितने भी सारे उपक्रम है। उसे लगातार बेच रहे है, तो प्राइवेट सेक्टर में कोई आरक्षण का लाभ मिलता नहीं, ये तो लॉन्ग टर्निंग का षड्यंत्र चल रहा है
असम सीएम के बयान पर सीएम भूपेश ने पलटवार करते हुए कहा कि अब ऐसा है डिवाइड एंड रूल अंग्रेजों ने शुरू किया। उसका अनुसरण और समर्थन लगातार बीजेपी ने किया। जब से संगठन बना है तो से उनका समर्थन किया। उनके बड़े नेताओं का बयान देख लीजिए और नॉर्थ ईस्ट की बात है। ये राजीव गांधी ने जो उस समय समझौता किया। प्रधानमंत्री के काल में आज भी असम हो या नॉर्थ ईस्ट के लोग हो उसको आधार मानकर ही कोई आगे बात करते हैं। उस समय जो उनके योगदान है कभी भुला नहीं सकता। अभी मणिपुर जल रहा है, वह बीजेपी के नाकामी के कारण है, डिवाइड एन रूल उनकी नीति है और उसके चलते पिछले तीन महीने से जल रहा है। उसके आग की लपटे दूर तक दिखाई दे रहा है।
संविदा कर्मचारियों के बर्खास्तगी पर सीएम भूपेश बोले कि संविदा जो कर्मी है सारे अधिकारियों के बारे में चाहे वो पुलिस विभाग हो चाहे वो दैनिक वेतन भोगी की बात हो सब में हमने 27 प्रतिशत की वृद्धि की। शासकीय सेवक 4-5 प्रतिशत के लिए संघर्ष करते हैं। उसमे एकमुस्त 27 प्रतिशत वृद्धि की है।